झारखंड के डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को दी अपराधियों के एनकाउंटर की खुली छूट..

झारखंड पुलिस को अपराधियों के एनकाउंटर की खुली छूट दे दी गई है। राज्य के महानिदेशक ने पुलिस वालों को अपराधियों का एनकाउंटर करने की खुली छूट दी है। राज्य के पुलिसकर्मियों से डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि वे ऐसे अपराधियों को गोली मारने में बिल्कुल न हिचकिचायें, जो हथियार लेकर चलते हैं। श्री राव ने साफतौर पर कहा कि ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, साथ ही उन्हें संरक्षण दिया जायेगा।

गुमला में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पुलिस प्रमुख ने ये स्वीकार किया कि झारखंड में हाल के महीनों में नशे की वजह से जघन्य अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि रांची के सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ममता खाखा और उसके भाई संजीव रंजन की हत्या जघन्यतम और क्रूरतम अपराध है। ऐसे अपराध में संलिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

डीजीपी ने बताया कि इस डबल मर्डर केस में शामिल अपराधियों के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में ट्रायल होगा, जिससे उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलायी जा सके। इस केस के आरोपी ड्रग एडिक्ट हैं, पुलिस जल्द ही वारदात को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार कर लेगी। श्री राव ने शनिवार को गुमला के घाघरा में घटनास्थल का दौरा किया इसके बाद मृतक भाई-बहन के परिजनों से भी उन्होंने मुलाकात की और घटना से संबंधित जानकारियां हासिल की।

डीजीपी श्री राव ने एक तरफ पुलिसकर्मियों को अपराधियों के एनकाउंटर की खुली छूट दी, तो वहीं आम लोगों से कहा कि यदि थानेदार आपकी शिकायत पर कार्रवाई ना करे, तो उनकी भी शिकायत करें। उन्होंने लोगों को वॉट्सएप और ट्विटर पर ऐसे अधिकारियों की शिकायत करने की सलाह दी। घाघरा में श्री राव ने आम लोगों से मुलाकात की, वहीं सब्जी विक्रेता, समोसे की दुकान, मुर्गा बेचने वालों से सीधा संवाद किया।

नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीजीपी ने कहा कि कहीं भी शराब, गांजा, टेन व चोको जैसी किसी नशीली सामग्री की बिक्री हो रही हो, तो ग्रामीण इसकी सूचना किसी भी माध्यम से पुलिस तक पहुंचायें। सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जायेगा। इसके अलावा, गुमला पुलिस लगातार 15 दिन तक नशा के खिलाफ अभियान चलायेगी, जिसमें ग्रामीण भी सहयोग करें। डीजीपी ने कहा कि आपका क्षेत्र खुशहाल रहे, इसके लिए आपको भी जागरूक होना होगा।