ओलंपिक में देश के लिये स्वर्ण पदक जीतना और तिरंगा लहराने का सपना हर भारतीय खिलाड़ी का होता है | आपको बता दें कि इस साल तीसरी बार ओलंपिक खेलने के लिए झारखंड की तीरंदाज दीपिका कुमारी का सेलेक्शन हुआ है | इसके साथ ही , दीपिका इस बार ओलंपिक में अपने जीवनसाथी अतानु दास के साथ मिलकर तीरंदाजी में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने को तैयार हैं | खेल के इतिहास में यह पहली बार होगा जब झारखंड से कोई खिलाड़ी, भारत की ओर से कोई दंपत्ति इस प्लेटफॉर्म पर परफॉर्म करता नजर आएगा| वहीं ,तीरंदाजी में अंकिता भगत और कोमलिका बारी भी इस बार के ओलंपिक में नजर आ सकती हैं |
मालूम हो कि बिहार से अलग हुए झारखंड को बीस साल हो चुके हैं | लेकिन ,इतने सालों में हॉकी और आर्चरी को छोड़कर और कोई ऐसा खेल नहीं हैं, जिसमें किसी खिलाड़ी ने ओलंपिक में हिस्सेदारी की हो | आर्चरी में लक्ष्मी रानी मांझी (सरायकेला खरसावां), रीना कुमारी (बोकारो) और दीपिका कुमारी (रांची) ही ऐसी खिलाड़ी रही हैं जो ओलंपिक तक खेल चुकी हैं | इसके आलावा हॉकी में निक्की प्रधान भी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बनकर ओलंपिक में खेल चुकी हैं | दरअसल ,उम्मीद जतायी जा रही है कि अगर इस बार के ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम शामिल होगी तो इस बार झारखंड से निक्की प्रधान और सलीमा टेटे भी ओलंपिक में शामिल हो सकती हैं |