हटाये गये बाबा मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त, विधायक अंबा प्रसाद से बदसलूकी का लगा था आरोप..

देवघर: बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ बाबा वैद्यनाथ मंदिर में हुई बदसलूकी के मामले में आज बाबा वैद्यनाथ मंदिर के वरीय प्रबंधक रमेश परिहस्त को हटा दिया गया है। जानकारी के अनुसार जिले के एक अंचल के सीओ को वरीय प्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। हालांकि समाचार लिखे जाने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी थी। जानकारी के अनुसार पूरे प्रकरण की जांच चलने तक रमेश परिहस्त को बाबा मंदिर से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों से मुक्त कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होनी है। बताते चलें कि विधायक अंबा प्रसाद द्वारा विधानसभा तक में यह उठाया जा चुका है। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर सरकार की ओर से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा भी दिया गया है।

इसी बीच उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की ओर से पूरे मामले की जांच का जिम्मा डीडीसी कुमार तारा चन्द को दिया गया है। 48 घंटे के अंदर तथ्यात्मक जवाब प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। शनिवार तक जांच रिपोर्ट डीसी को सौंप दिए जाने की संभावना है। उसी आधार पर कार्रवाई की जानी है। वहीं दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी खुद इस मामले को लेकर हर एक बिंदु की पड़ताल कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार बुधवार शाम से लेकर देर रात तक डीसी मंजूनाथ भजंत्री कुछ अधिकारियों के साथ बाबा मंदिर में रहे। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ वहां के कर्मियों से बारी-बारी से पूछताछ कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। वहीं डीसी के आदेश पर डीडीसी भी बुधवार से ही प्रकरण की जांच में लगे हैं। पहले दिन उन्होंने भी बाबा मंदिर कंट्रोल रूम में सीसीटीवी फुटेज की जांच की। कर्मियों से पूछताछ कर जानकारी ली। वहीं दूसरे दिन गुरुवार को भी मामले की जांच के लिए डीडीसी मंदिर पहुंचे। बताते चलें कि विधायक अंबा प्रसाद प्रकरण को लेकर सारठ के भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने प्रसाशन को समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि महाशिवरात्रि पर देवघर में 3 लाख की भीड़ थी। भीड़ नियंत्रण करने में सबों के पसीने छूट रहे थे। उस दौरान वीआईपी ट्रीटमेंट के लिए विधायक अंबा प्रसाद को लाव-लश्कर के साथ नहीं जाना था। उन्होंने कहा कि देवघर डीसी व एसपी अच्छे हैं। जिला व पुलिस प्रशासन बेहतर काम कर रहा है।