तारीख 1 मार्च…तीन लिहाज़ से बेहद खास..

राज्य के लिए आज 1 मार्च का दिन कई लिहाज से महत्वपूर्ण है| आम जन-जीवन से लेकर राजनीति में आज कई हलचल होने वाली है| बात करते हैं सबसे पहले कोरोना टीकाकरण अभियान की|झारखंड समेत देश भर में इसके दूसरे चरण की शुरूआत होने जा रही है| इस चरण में 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों और किसी गंभीर बीमारी के साथ ग्रसित 45 साल से ऊपर के व्यक्तियों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी|

इसके अलावा आज से निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण की सुविधा शुरू की जा रही है| इसके लिए 250 रूपये की अधिकतम राशि तय की गई है|इसमें 150 रूपए वैक्सीन के औऱ 100 रूपए अस्पताल का सर्विस चार्ज होगा| हालांकि केंद्र सरकार के अस्पतालों में ये वैक्सीन डोज मुफ्त में दी जाएगी|

झारखंड में आठ निजी अस्पतालों में कोरोना टीकाकरण शुरू होगा| इनमें रांची, पूर्वी सिंहभूम औऱ हजारीबाग के 2-2 वहीं देवघर औऱ धनबाद का 1-1 अस्पताल शामिल हैं| आगे चलकर इसकी संख्या और बढ़ेगी| टीका लगवाने के लिए कोविन 2.0 एप पर सुबह 9 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जिसके कुछ देर बाद ही टीकाकरण शुरू हो जाएगा| पंजीकरण प्रक्रिया दोपहर 3 बजे तक चलेगा, वैसे लोग आज या किसी औऱ दिन भी पंजीकरण करा सकते हैं|

वहीं दूसरी तरफ आज से राज्य में अनलॉक प्रक्रिया के तहत स्कूल-कॉलेज, सिनेमाघर और पार्क खोले जा रहे हैं| हालांकि इनमें कक्षा आठ तथा इससे ऊपरी क्लास के लिए स्कूलों को खोलने की अनुमति मिली है| इसके अलावा विश्वविद्यालय, कॉलेज, सभी तकनीकी व प्रशिक्षण संस्थान, कोचिग संस्थान, कौशल विकास केंद्र आदि भी आज से खुल जाएंगे। इन सभी संस्थानों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से करना होगा। इसके अलावा 50 फीसदी क्षमता के साथ आज से सिनेमा हॉल और पार्क भी खुलेंगे। वहीं किसी कार्यक्रम में खुली जगह पर अधिकतम हजार व्यक्ति इक्ट्ठा हो सकते हैं या फिर हजार दर्शकों के साथ खेलकूद, मेला-प्रदर्शनी का आयजोन किया जा सकता है|

तीसरी बड़ी हचलच राजनैतिक गलियारे में होगी| आज 1 मार्च को झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान हेमंत सरकार अपना अनुपूरक बजट पेश करेगी| इसके साथ ही पहली पाली में सदस्य प्रश्न काल, शून्य काल और ध्यानाकर्षण के माध्यम से जनहित के मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे| वहीं दूसरी पाली में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस, सरकार का उत्तर और मतदान होगा| हालांकि इस बार मुख्यमंत्री प्रश्नकाल सत्र में शामिल नहीं होगा , इसकी व्यवस्था हटा दी गई है| ऐसे में विपक्षी दल भाजपा इस पर सरकार को घेरने का मन बना चुकी है| इसके अलावा पत्थलगड़ी, विधि-व्यवस्था, नियोजन निति को रद्द किए जाने समेत कई और अन्य मसलों पर भाजपा सत्ता पक्ष को कठघरे में खड़ा करेगी|