रांची: राजधानी में सुबह से दोपहर तक धूप छांव के बाद शाम से मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में काले बादल छा गए। इसके साथ ही हल्की फुहारें भी बरसीं। मौसम विभाग की मानें तो आबोहवा में आये इस बदलाव का कारण बंगाल की खाड़ी में आया चक्रवात है जिसका नामकरण पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने गुलाब के तौर पर किया है। इस चक्रवात के प्रभाव से अगले कई दिनों तक बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि इसका ज्यादा प्रभाव ओडिशा और दक्षिण भारत में दिख सकता है। दूसरी ओर, सोमवार से बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सक्रिय होने वाला है। बंगाल के लो प्रेशर का प्रभाव भी धनबाद समेत राज्य के ज्यादातर हिस्से में दिखेगा। इससे 30 सितंबर तक थम-थम कर बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार इस चक्रवात का प्रभाव पूरे झारखंड में दिखेगा। 26 सितंबर की शाम या रात तक चक्रवात के बादल झारखंड पहुंच जाएंगे। इससे पूरे राज्य में बारिश हो सकती है। 27 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में फिर एक लो प्रेशर जन्म लेगा। इससे 29 और 30 सितंबर को धनबाद समेत पूरे राज्य में बारिश की चेतावनी जारी हुई है।
धनबाद से दो दर्जन ट्रेनें रद..
बंगाल की खाड़ी में आनेवाले चक्रवात को लेकर रेलवे ने ओडिशा से दक्षिण भारत समेत देश के अन्य हिस्से में जानेवाली दो दर्जन ट्रेनों को रद कर दिया है। कई ट्रेनों के रूट भी बदल दिए हैं। चक्रवात के खतरे के मद्देनजर शनिवार को चलने वाली डाउन अलेप्पी-धनबाद एक्सप्रेस सोमवार को लेट से आएगी। रेलवे ने चक्रवात प्रभावित रेलखंडों पर परिस्थिति के अनुसार इस ट्रेन को पांच घंटे अलग-अलग जगहों पर रोक कर चलाने की घोषणा की है। रविवार को धनबाद से खुलने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस के भी प्रभावित होने की संभावना है।