रांची : झारखंड में कोविड टीका खत्म हो चुका है। इसलिए टीकाकरण रफ्तार में कमी आ गई है। राजधानी रांची सहित राज्य के कई जिलों में लोग टीका के इंतजार में बैठे हैं। इनमें सबसे ज्यादा दूसरी डोज लेने वाले लोग हैं। राज्य में गुरुवार को 21 हजार लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया और अब इतना ही स्टॉक में रह गया है। हालांकि इससे शुक्रवार को टीका लगाया जाएगा लेकिन सीमित मात्रा में। राज्य को जरूरत के हिसाब से टीका अब तक नहीं मिला है, जिससे राज्य में अब तक 10 बार टीकाकरण अभियान बाधित हो चुका है। राज्य में 4000 टीकाकरण केंद्र पर रोजाना 3.5 लाख लोगों को टीका लगाने का व्यवस्था की गई है, लेकिन टीका की कमी के कारण यह सफल नहीं हो पा रहा है।
राज्य में टिके की किल्लत पूरे सप्ताह तक हो सकती है। बता दें कि शुक्रवार 9 जुलाई के बाद राज्य को टिके की अगली खेप 15 जुलाई को मिलनी है। 15 जुलाई को 2.56 लाख कोविशिल्ड की डोज राज्य को मिलनी है। मतलब साफ है कि शनिवार से 15 जुलाई तक सूबे में टिके की किल्लत बनी रहेगी।
झारखंड में वैक्सीन की कमी के बीच कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 75 लाख के पार हो गया है। जिसमें 16.8 प्रतिशत को पहली डोज और 3.3 प्रतिशत को दूसरी डोज मिल चुकी है। टीका की कमी के कारण केंद्रों पर सीमित मात्रा में ही टीकाकरण हो रहा है। हालांकि राज्य को कोवैक्सीन की एक लाख डोज शुक्रवार को मिलेगी। इससे लोगों को राहत मिल सकती है, जिन्हें कोवैक्सीन नहीं मिलने से दूसरी डोज का टीका नहीं लग रहा था। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को कई बार पत्र लिखकर टीका का कोटा बढ़ाने के लिए आग्रह किया लेकिन अभी तक केंद्र सरकार के तरफ से इसको लेकर कोई पहल नहीं की गई है।