रांची: झारखंड में कोरोना जांच का आंकड़ा एक करोड़ से पार हो गया। पहली लहर से लेकर अबतक एक करोड़ से अधिक लोगों का कोरोना जांच राज्य में हो चुका है। राज्य में पहले 50 लाख सैंपल की जांच करने में 290 दिन लगे थे। लेकिन अब 50 लाख सैंपल की जांच में महज 106 दिन ही लगे हैं। झारखंड में कोरोना जांच के संसाधन लगातार बढ़ने से ही यह संभव हो पाया है। दूसरी लहर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ना भी इसका एक बड़ा कारण है।
पहले 50 लाख सैंपल की कोरोना जांच की अपेक्षा अगले 50 लाख की जांच से संक्रमण दर लगभग दोगुनी रही क्यूंकि ऐसा कोरोना की दूसरी लहर और डेल्टा वैरिएंट के कारण अधिक संक्रमण फैलने से हुआ। पहली लहर से अबतक एक करोड़ सैंपल की हुई जांच में कुल पॉजिटिविटी रेट 3.45% रही है। प्रत्येक 100 लोगों की हुई जांच में 3 तीन लोग संक्रमित पाए गए है। फिलहाल प्रत्येक दिन 50 हजार कोरोना सैंपल की जांच हो रही है। राज्य सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जांच की गति आगे भी बरकरार रखने को कहा है।
बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ जांच में झारखंड से आगे है जबकि पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश पीछे है। इन दो राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम ही झारखंड से पीछे है। जमशेदपुर, रांची के रिम्स, धनबाद के पीएमसीएच,पलामू, हजारीबाग, दुमका मेडिकल कॉलेज और साहिबगंज सदर अस्पताल में RT PCR जांच की सुविधा उपलब्ध है।