रांची के ट्रैफिक पोस्ट पर मनमाने ढंग से सिग्नल लाइट का समय निर्धारित किए जाने से आहत होकर अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने रांची नगर निगम आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें मांग की गयी है कि शहर में जितने भी ट्रैफिक पोस्ट लगे हुए हैं, उसकी गड़बड़ी को ठीक की जाए। अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि रांची शहर में जितने भी ट्रैफिक पोस्ट लगे हुए हैं, वहां पर लगे लाल, पीला और हरी बत्ती सही प्रकार से नहीं जलते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पोस्ट पर लाल बत्ती जैसे ही जली, तो वह ट्रैफिक को रुकने का इशारा होता है। इसके बाद पीली बत्ती जलती है, उसका अर्थ है सब वाहन चालक जाने के लिए तैयार हो जाएं और हरी बत्ती का मतलब है कि सीधा प्रस्थान करें। परंतु रांची में बहुत से ट्रैफिक पोस्ट पर लाल बत्ती के बाद सीधा हरी बत्ती जलती है। इससे वाहन चालकों में आपाधापी रहती है। इस कारण चौक के बीचों-बीच जैसे ही वाहन पहुंचता है, अचानक लाल बत्ती जल जाती है। इससे वाहन चालकों को जुर्माना भरना पड़ता है।
इसके साथ ही बहुत से ट्रैफिक पोस्ट पर बाएं जाने का बत्ती नहीं जलता है। इस कारण वाहन चालक, जिनको बाएं जाना है, वे भी रोड पर जाम में खड़े हो जाते हैं, जबकि लॉ एंड ऑर्डर का कोई मामला अगर न हो तो ट्रैफिक रूल्स में बाएं जाने के लिए किसी बत्ती का इंतजार नहीं करना है। वाहन चालक बिना पूछे या बिना ट्रैफिक पोस्ट देखे ही बाएं जा सकते हैं। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण विषय है कि ट्रैफिक पोस्ट पर जो समय सीमा निर्धारित की गई है, वह पूरी तरह से गलत और अव्यावहारिक है। जिधर ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है, उधर 30 सेकंड से लेकर 60 सेकंड तक का समय निर्धारित किया गया है। और जहाँ ट्रैफिक का दबाव कम है उधर 2 मिनट से लेकर 3 मिनट तक का समय निर्धारित किया गया है। इससे इस शहर में दिनभर जाम की स्थिति लगी रहती है। स्थानीय प्रशासन सहित सरकार की किरकिरी तो हो ही रही है, साथ ही जाम के चलते वाहनों का कीमती समय और ईंधन भी बर्बाद हो रहा है। उन्होंने नगर आयुक्त से आग्रह किया है कि सभी ट्रैफिक पोस्ट के भौतिक सत्यापन कराकर उसकी गड़बड़ी को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। साथ ही इस प्रकार की गड़बड़ी में जो शामिल हैं, वे दंडित भी हों।