मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट का रिप्लाई, बदल गई अंकित की जिंदगी..

अगर आप मेहनती है तो कितनी भी परेशानी क्यों ना हो, आपको अपनी मेहनत का फल एक न एक दिन जरूर मिलता है। ऐसा ही हुआ बोकारो के गोमिया स्थित बड़की पुन्नु निवासी अंकित कुमार के साथ। अंकित पढ़ाई में काफी अच्छा है। लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से अंकित आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहा था। कई दिनों तक कोई समाधान नहीं निकल पाया तो एक दिन अंकित ने अपनी समस्या को बताते हुए मुख्यमंत्री को ट्वीट कर दिया। और आपको जानकर खुशी होगी की सिर्फ एक ट्वीट ने अंकित की इस परेशानी को हल कर दिया। अंकित के ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए वो अंकित की मदद करेंगे। अंकित ने सीएम हेमंत को लिखे पत्र में लिखा कि वो पढ़ाई में अच्छे हैं और साथ ही उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा में 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में पहले स्थान पर रहा, पूरे जिले में मेरा स्थान तीसरा है और झारखंड में मैं नौंवे स्थान पर हूं। लेकिन उनके पिता शारीरिक रूप से कमजोर हैं, और इस कारण उन्हें काम करने में परेशानी होती है जैसे तैसे परिवार का पेट पालते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गयी थी जिसके बाद उनका पैर टूट गया है। उन्हें सरकार की तरफ से फ़िलहाल कोई सहयोग नहीं मिला है।

सीएम ने दिया उपायुक्त को आदेश..
जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अंकित का ट्वीट प्राप्त हुआ उन्होनें अंकित के समस्याओं को समझा और मामले कि जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त बोकारो को मामले की जांच कर अंकित की पढ़ाई हेतु हर संभव सरकारी सहायता पहुंचाने एवं अंकित के परिवार को जरूरी सभी योजनाओं से जोड़ते हुए भी सूचित करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पढ़ाई में गरीबी बाधा न बने, इसके लिए सरकार हर स्तर पर कई योजनाएं लेकर आयी है।

माता पिता दुर्घटना के वजह से जूझ रहें आर्थिक स्थिति से..
अंकित शुरू से ही एक मेहनती लड़का रहा है। वो अपनी कक्षाओं में काफी अच्छे थे पढ़ने में। लेकिन एक हादसे ने उनके सपनों में पानी फेर दिया। अंकित के पिता शारीरिक रूप से कमजोर हैं और मजदूरी करने वाली मां का सड़क दुर्घटना में हाथ – पैर टूट गया है, जिसके कारण पूरे परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए एक दिन थक हार कर उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को ट्वीट कर के मदद की गुहार लगाई है।

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