झारखंड में जनवरी के अंत तक या फरवरी के पहले सप्ताह में पंचायत चुनाव की घाेषणा कर दी जाएगी। चुनाव नए वाेटर लिस्ट से हाेगा। मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन ने कांग्रेसी नेताओं काे यह आश्वासन दिया। उन्हाेंने कहा कि 20 सूत्री और बोर्ड-निगम के गठन की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन के सभी दलों के कार्यकर्ताओं को कैसे सम्मान मिले, इस पर विचार हो रहा है. 20 सूत्री का बंटवारा जल्द से जल्द कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बोर्ड-निगम के पुनर्गठन पर भी चर्चा होगी। गठबंधन के सभी सहयोगियों को विश्वास में लेकर सरकार काम करेगी। बैठक में जेपीएससी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इसमें कहा गया कि विपक्ष के हमले का सत्ता पक्ष एकजुटता के साथ जवाब दे।
गौरतलब है की कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री रामेश्वर उरांव, विधायक दल के उप नेता प्रदीप यादव और बंधु तिर्की रविवार देर रात मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे। करीब एक घंटे तक बैठक चली। इसमें विधानसभा के शीतकालीन सत्र से लेकर गठबंधन तक पर बातचीत हुई। इस दाैरान कांग्रेस नेताओं ने बताया कि उनकी पार्टी के विधायक कई मुद्दाें पर असंतुष्ट हैं।
विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने पिछले दिनों पार्टी विधायक दल की बैठक में उठे मुद्दों को सीएम के सामने रखा। बताया कि विधायक क्षेत्र की समस्या को लेकर चिंतित हैं। अधिकारियों से सहयोग नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री के साथ राज्य में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस पर विचार कर रही है। ओबीसी आरक्षण का मामला जल्द तय कर लिया जायेगा। कांग्रेस नेताओं ने कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में तीन भाषाओं को लेकर आ रही अड़चन पर भी चर्चा की। बताया कि अंगिका, भोजपुरी व मगही को लेकर विधायक सर्वमान्य रास्ता निकालने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री का कहना था कि इस पर भी जिला स्तर पर समस्या का निदान किया हो रहा है, बैठक में झामुमो की ओर से वरिष्ठ नेता विनोद पांडे व अभिषेक प्रसाद पिंटू भी रहे।