गुरूवार को झारखण्ड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जैक(JAC) एवं सीबीएससी(CBSE) द्वारा 2020 के 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अव्वल आए छात्रों को पुरस्कृत किया। सीएम ने एक लाख का चेक के साथ कुल 38 छात्रों को सम्मान दिया गया। इसी के साथ, मुख्यमंत्री ने हर छात्र से अपने लक्ष्य पर डेट रहने को और कड़ी म्हणत के साथ सफलता पाने की जोश भरी बात कही।
सीएम ने कहा कि,”सरकार ने सदैव छात्रों के हिट लिए उनके साथ खड़ी रहेगी। सरकार विदेश जाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बहुत जल्द छात्रवृति की सुविधा भी शुरू करने पर विचार कर रही है ताकि किसी भी छात्र की पढाई पैसों की वजह से बाधित न होने पाए। कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए सीएम ने बच्चो की ऑनलाइन क्लास की भी बात कहते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव की वजह से छात्रों को घर से ही पढ़ाई करने पड़ी। पर चूँकि सावधानी और सुरक्षा भी प्राथमिकता है, इसके मद्देनज़र जबतक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, ऑनलाइन पढ़ाई को ही करने की सुविधा को बेहतर बनाने पर सरकार योजना करेगी।
सीएम ने झारखण्ड आकांशा प्रोजेक्ट के तहत तकरीबन आठ सरकारी स्कूली विद्यार्थियों पर रौशनी डालते हुए बताया कि वे अपने बेहतरीन प्रदर्शन से आईआईटी व मेडिकल कॉलेजों में अपना नामांकन करवाने में सक्षम रहे। साथ ही इसके तहत, उन्होने सरकार द्वारा सराहनीय विद्यार्थियों को मुफ्त में JEE और NEET की परीक्षा की तैयारी करवाने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए नौ विद्यालयों को उनके परिसर की सफाई और सुंदरता के लिए सम्मानित किया। ऐसे ही अन्य 110 स्कूलों को, कोरोना महामारी की वजह से उन्ही के जिलों में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया। हलाकि, हर विद्यालय इंटरनेट के माध्यम से समारोह में जुड़े हुए थे।
इन स्कूलों को किया गया सम्मानित :
गवर्नमेंट पब्लिक स्कूल, कुटमु, लोहरदगा, गवर्नमेंट पब्लिक स्कूल, गोपालपुर देओघर; राजकीय मध्य विद्यालय, कसवागढ़, बोकारो; गवर्नमेंट मध्य विद्यालय, लोहरदगा; राजकीय हाई स्कूल, अम्लाबाद , बोकारो; योगदा सत्संग हाई स्कूल, जग्गनाथपुर; केजीबीवी सिन्हा,लोहरदगा; समर्थ रेजिडेंशियल स्कूल, गोलमुरी, जमशेदपुर और सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल, गुमला को उनके प्रदर्शन अनुसार प्रोजेक्ट भवन में सम्मानित किया गया।
नेतरहाट स्कूल, लातेहार को पिछले सालों के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम ने कहा कि, ” ऐसे स्कूल झारखण्ड की शान हैं जिन्होंने 2000 से ज़्यादा आईएएस और आईपीएस अफसर दिए हैं।