बच्चे ही बनेंगे देश के ब्रांड एंबेसडर: डीआई बीके तिवारी…..

बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी (डीआई) बीके तिवारी ने कहा कि ये ही आने वाले समय में समाज और राष्ट्र के ब्रांड एंबेसडर बनेंगे. इनकी सफलता से ही विकसित भारत का सपना साकार होगा. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे पहले अच्छे इंसान बनें. शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसमें चरित्र निर्माण का समावेश होना आवश्यक है. बिना नैतिक शिक्षा के ज्ञान अधूरा है, और इस दिशा में विद्यालय की भूमिका बुनियाद की तरह होती है. डीआई बीके तिवारी शनिवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में आयोजित पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के दीक्षांत सम्मान समारोह (ग्रेजुएशन सेरेमनी) में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के परिश्रम को यादगार बनाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना था. समारोह में 263 छात्र-छात्राओं को ग्रेजुएशन गाउन, कैप, लाल फीते में लिपटा सर्टिफिकेट और रिपोर्ट कार्ड देकर सम्मानित किया गया.

अभिभावकों को संदेश: बच्चों की मुस्कान ही सबसे बड़ी पूंजी

समारोह में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए बीके तिवारी ने कहा कि हर बच्चा अपनी विशेष प्रतिभा के साथ जन्म लेता है. वे अपने तरीके से कुछ नया कर सकते हैं, इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों की तुलना किसी और से न करें. तुलना करने से बच्चों का आत्मविश्वास प्रभावित होता है और यह उनके मानसिक विकास में बाधा डाल सकता है. उन्होंने कहा कि “बच्चे आपकी सबसे बड़ी दौलत हैं और उनकी मुस्कान सबसे बड़ी पूंजी. “माता-पिता का यह कर्तव्य है कि वे बच्चों को प्रोत्साहित करें, उनकी रुचियों को समझें और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करें. अगर अभिभावक ही उनका उत्साह नहीं बढ़ाएंगे, तो कोई और नहीं करेगा.

डीपीएस बोकारो: इस्पातनगरी का गौरव

पांचवीं कक्षा से सीनियर विंग (छठी कक्षा) में प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए डीआई बीके तिवारी ने कहा कि उन्हें पूरे मनोयोग से पढ़ाई करनी चाहिए और जीवन के हर क्षण का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने डीपीएस बोकारो की तारीफ करते हुए कहा कि यह विद्यालय अपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली के लिए न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है. उन्होंने कहा, “डीपीएस बोकारो, इस्पातनगरी का गौरव है. यहां से निकले विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में देश और दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं, जो इस शहर के ब्रांड एंबेसडर हैं.”

कृष्ण-लीला की प्रस्तुति ने मन मोहा

समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि के पौधा भेंटकर स्वागत से हुई. दीप-प्रज्वलन के बाद विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. स्वागत गान और विद्यालय गीत के बाद बच्चों ने कृष्ण-लीला पर आधारित एक आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसे सबने खूब सराहा. करीब 100 विद्यार्थियों ने रंग-बिरंगी पोशाकों में एक मंच पर अद्भुत प्रस्तुति दी. कृष्ण जन्म, कालिया वध, कंस वध और गोपियों संग रास जैसी झांकियों के माध्यम से नन्हे कलाकारों ने अपनी नृत्यकला और भाव-भंगिमा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. इस प्रस्तुति को देखकर सभी दर्शक भाव-विभोर हो गए और बच्चों की खूब प्रशंसा की.

विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावकों के समन्वय से होगा सर्वांगीण विकास

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने इस अवसर को बच्चों के लिए मील का पत्थर बताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सच्ची सफलता पाने के लिए उन्हें ईमानदार, कृतज्ञ, विनम्र, अनुशासित और कठिन परिश्रमी बनना होगा. प्राचार्य ने बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के समन्वय को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना चाहिए और यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे तकनीक का सही उपयोग करें. इस अवसर पर मुख्य अतिथि बीके तिवारी को विद्यालय प्रशासन की ओर से स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया. समारोह के दौरान बच्चों और अभिभावकों में उत्साह देखते ही बन रहा था.

रंग-बिरंगे गुब्बारे और सेल्फी प्वाइंट बना आकर्षण

विद्यालय परिसर को रंग-बिरंगे गुब्बारों और सुंदर सजावट से आकर्षक बनाया गया था. बच्चों और उनके अभिभावकों ने सेल्फी प्वाइंट पर जमकर तस्वीरें खींचीं. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, और इस खास दिन की यादें सभी के दिलों में बस गईं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×