रांची सीबीआई ने आज रांची महिला कॉलेज में छापा मारा है। यह मामला व्याख्याता घोटाले से जुड़ा हुआ है। मामले की जांच करने आज सुबह सीबीआई की टीम महिला कॉलेज पहुंची और प्रोफेसर ममता केरकेट्टा को हिरासत में ले लिया। ममता रांची महिला कॉलेज में इंग्लिश की शिक्षिका हैं जिनकी नियुक्ति 2008 में हुई थी। ममता को फिलहाल जेल भेज दिया गया है। सीबीआइ की विशेष अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में यानी 23 मार्च तक के लिए उन्हें जेल भेजा है।
सीबीआई द्वारा पूर्व में दाखिल किये गए आरोप पत्र के अनुसार जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद ने व्याख्याता नियुक्ति से सम्बंधित मेरिट लिस्ट बनाने का कार्य निजी एजेंसी ग्लोबल इन्फार्मेटिक्स को दिया था । इसके बाद कई अयोग्य अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में छेड़ छाड़ करते हुए उत्तीर्ण करा दिया गया। मेरिट लिस्ट जेपीएससी की तत्कालीन सचिव सह परीक्षा नियंत्रक एलिस उषा रानी के पास थी। 29 मार्च 2007 को दिलीप प्रसाद ने एलिस उषा रानी को निर्देश दिया की वे मेरिट लिस्ट का चार्ट एजेंसी को सौंप दें।
एलिस उषा रानी ने निर्देशानुसार मेरिट लिस्ट का चार्ट ग्लोबल इन्फार्मेटिक्स नामक एजेंसी को दे दिया था। हालाँकि नियम के अनुसार मेरिट लिस्ट निजी एजेंसी को नहीं दिया जा सकता। चार्जशीट के अनुसार मेरिट लिस्ट में अंकों की हेरा फेरी में एलिस उषा रानी और ग्लोबल इन्फार्मेटिक्स के धीरज कुमार की मुख्या भूमिका रही। धीरज कुमार ने मिले निर्देशों के अनुसार लिस्ट में छेड़ छाड़ की थी।