जम्मू में शहीद हुए गिरिडीह के BSF जवान सीताराम को मिला मरणोपरांत राष्ट्रपति पुलिस पदक सम्मान..

गिरिडीह : गिरिडीह के सीताराम को मिला मरणोपरांत राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है। बता दें कि सीताराम जम्मू कश्मीर की सीमा पर पाक रेंजरों से मुकाबला में शहीद हुए थे। सीमा सुरक्षा बल के शहीद जवान सीताराम उपाध्याय को मरणोपरांत शनिवार को दिल्ली में वीरता के लिए पुलिस पदक दिया गया। विज्ञान भवन में आयोजित सीमा सुरक्षा बल के अलंकरण समारोह और रूस्तमजी स्मृति व्याख्यान में सीताराम समेत बीएसएफ के आधा दर्जन शहीद जवानों को यह पदक दिया गया। इसे राष्ट्रपति की ओर से गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद की पत्नी रेशमी उपाध्याय को एक समारोह में यह पदक सौंपा। रेशमी अपने दो बच्चों के साथ यह पुरस्कार लेने दिल्ली गई थी।

बता दें कि सीताराम उपाध्याय गिरिडीह के पीरटांड़ स्थित पालगंज गांव के रहने वाले थे। सीताराम 18 मई 2018 को जम्मू में पाकिस्तान की सीमा से सटे भारतीय चौकी पर तैनात थे। आधी रात पाकिस्तानी रेंजरों ने अचानक ही चौकी पर हमला करते हुए फायरिंग शुरू कर दी थी। इसका सीताराम ने जबर्दस्त जवाब दिया। इस क्रम में वे बहादुरी के साथ शहीद हो गए। 19 मई को पालगंज के कुलमती नदी के किनारे उनके पार्थिव शरीर गांव पहुंचने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया था।

सीताराम उपाध्याय की पत्नी को घोषणा के मुताबिक नौकरी मिल चुकी है। वो पीरटांड़ प्रखंड कार्यालय में बतौर किरानी के तौर पर पदस्थापित हैं। उनके बच्चे अभी छोटे-छोटे हैं जो अपनी मां के साथ ही रहते हैं। बीएसएफ और राज्य सरकार से मिलने वाली राशि उनकी पत्नी को मिल चुकी है। वे अभी मधुबन में रहती हैं। बता दें कि सीताराम की माता पिता दोनों अपने पुस्तैनी मकान पालगंज में ही रहते हैं।

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