बोकारो जिला प्रशासन ने महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है. इस पहल के तहत, 11 जुलाई से अगले एक महीने तक जिले की सभी पंचायतों में गर्भवती और धात्री माताओं के लिए मुफ्त हीमोग्लोबिन जांच और आयरन व कैल्शियम की दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी. यह कार्यक्रम मातृत्व दिवस को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया जा रहा है.
कार्यक्रम का उद्देश्य और लाभ
इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य गर्भवती महिलाओं में आयरन और कैल्शियम की कमी को दूर करना और उनकी समग्र सेहत में सुधार लाना है. बोकारो के सिविल सर्जन, डॉ. दिनेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस कार्यक्रम को जोर-शोर से चलाया जाएगा, ताकि दूरदराज के इलाकों की महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकें. उन्होंने कहा, “इस पहल से गर्भवती महिलाओं में पोषण संबंधी कमियों को दूर करने में मदद मिलेगी और उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होगा.“
निशुल्क जांच और परामर्श
इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी गर्भवती और धात्री माताओं का हीमोग्लोबिन स्तर मापा जाएगा. जिन महिलाओं का हीमोग्लोबिन स्तर 7 ग्राम से कम पाया जाएगा, उन्हें विशेष परामर्श दिया जाएगा. काउंसलर द्वारा उन्हें नियमित रूप से आयरन और कैल्शियम की गोलियों का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसके अलावा, उन्हें हरी पत्तेदार सब्जियां और फल खाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उन्हें सही समय पर और सही खुराक में दवाएं मिलें.
विशेष शिविरों का आयोजन
इस मातृत्व दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत बोकारो जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और पंचायत भवनों में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा. इन शिविरों में विशेषज्ञ और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम मौजूद रहेगी, जो महिलाओं की जांच करेंगी और उन्हें आवश्यक परामर्श देंगी. इन शिविरों में महिलाओं को उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानकारी दी जाएगी और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
कुपोषण से ग्रस्त बच्चों का उपचार
इस कार्यक्रम का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू कुपोषण से ग्रस्त बच्चों का उपचार है. जिले के सभी एमसीसी वार्ड में बच्चों का उपचार किया जाएगा और उन्हें वजन बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा. इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे.
कार्यक्रम की व्यापकता
बोकारो जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारी की है. जिले की सभी पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस कार्यक्रम का लाभ उठा सकें. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मी गांव-गांव जाकर महिलाओं को इस कार्यक्रम की जानकारी देंगे और उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे.
समुदाय की भागीदारी
इस कार्यक्रम की सफलता के लिए समुदाय की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है. पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है. वे महिलाओं को इस कार्यक्रम के लाभों के बारे में जानकारी देंगे और उन्हें इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे.
सकारात्मक प्रभाव
बोकारो में इस कार्यक्रम के आयोजन से महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद की जा रही है. विशेषकर गर्भवती और धात्री माताओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उनके और उनके बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करेगी. आयरन और कैल्शियम की कमी से होने वाले समस्याओं को दूर करने के लिए यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कदम है.