बोकारो: बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) के डीएनबी गर्ल्स हॉस्टल में एक दुखद घटना सामने आई, जहां 29 वर्षीय डॉ. आर्या झा ने रविवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी उनकी सहकर्मी को तब हुई जब वह ड्यूटी से लौटकर उनके कमरे में पहुंची। सूचना मिलते ही हॉस्टल में हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस को जानकारी दी गई।
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घटना की सूचना पाकर सिटी डीएसपी आलोक रंजन, सेक्टर 4 थाना प्रभारी संजय कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में लिखी अपनी पीड़ा
पुलिस को मृतका के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने लिखा, “सॉरी मम्मी-पापा, आई कैन नॉट वर्क… मुझे मेरे मन माफिक डिपार्टमेंट नहीं मिला…”। यह नोट यह दर्शाता है कि वह मानसिक रूप से परेशान थीं और काम को लेकर संतुष्ट नहीं थीं।
बिहार की रहने वाली थीं डॉ. आर्या झा
डॉ. आर्या झा मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के गुरुआरा गांव की निवासी थीं। सोमवार सुबह उनके पिता संजीव कुमार झा सेक्टर 4 थाना पहुंचे, जहां उन्होंने सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने इस आत्महत्या के लिए किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया।
पुलिस जांच में जुटी
घटनास्थल पर सेक्टर 4 थाना प्रभारी संजय कुमार फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और टेक्निकल सेल की टीम के साथ जांच में जुट गए हैं। मृतका के कमरे से पुलिस ने सुसाइड नोट, लैपटॉप, मोबाइल सहित अन्य सामान जब्त कर लिया है। इस हृदयविदारक घटना ने अस्पताल परिसर में शोक की लहर दौड़ा दी है। डॉक्टर आर्या झा के सहकर्मी और साथी डॉक्टर इस घटना से स्तब्ध हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे के सही कारणों का पता लगाया जा सके।