राँची : बिरसा मुंडा के वंशज आज भी सम्मानजनक जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भगवान माने जाने वाले बिरसा मुंडा के नाम पर हर राजनेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते नजर आते हैं। लेकिन उनके वंशज आज भी संघर्ष कर रहे हैं। बिरसा मुंडा के 82 वर्ष के पोते चॉकलेट और बिस्कुट बेच कर गुजारा कर रहे हैं। परपोती हाट में सब्जी बेचकर पढ़ाई पूरी कर रही है। वहीं परपोता कानू मुंडा पोस्ट ग्रेजुएट है लेकिन सरकारी दफ्तर में चपरासी की नौकरी कर रहा है।
श्री कानू बताते हैं कि वे खूंटी गांव के SDO ऑफिस में पानी पिलाने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि बीते 8 साल में सरकार से कई बार वे सम्मानजनक काम दिलाने के लिए गुहार लगा चुके हैं। लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिलता है।
- सम्मानजनक पद देने की मांग: कानू मुंडा का कहना है कि उन्होंने मुडारी भाषा में पीजी किया है। वे कॉलेजों में मुंडारी भाषा पढ़ाकर प्रोफेसर का पद पा सकते हैं लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
- परपोती बेचती है सब्जी : बिरसा मुंडा की परपोती पिता की उगाई सब्जी बेचकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। वे खूंटी के बिरसा कॉलेज में ग्रेजुएशन पार्ट-3 की स्टूडेंट हैं। उन्हें अभी तक किसी भी तरह की छात्रवृत्ति का लाभ तक नहीं मिला है।
- तीन कमरे के मकान में रहते हैं 14 लोग : बिसरा मुंडा के पोते सुखराम मुंडा ने बताया कि सरकार से उन्होंने एक हजार रुपए वृद्धा पेंशन मिलती है। बिरसा मुंडा के नाम पर आम बागवानी योजना की शुरुआत की गई लेकिन उनकी जमीन पर एक पौधा भी नहीं लग सका। उन्होंने बताया तीन कमरे के एस्टबेस्ट में 14 लोगों का परिवार रहता है।
- वंशज पीते हैं चुआं का पानी : श्री मुंडा के परपोते की बहू गागी मुंडा ने बताया कि पिछले एक साल से धरती आभा के वंशज चुआं का पानी पीते हैं। किसी को इसकी खबर भी नहीं है। गागी कहती है सालभर से पूरा गांव दूषित पानी पी रहा है।
- वंशजों को सम्मान देंगे : सत्ताधारी कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों को जो सम्मान मिलना चाहिए वो अब तक नहीं मिल पाया है। यह बड़े दु:ख की बात है। निश्चित रूप से वंशजों को सम्मान मिलेगा।
- सीएम से सम्मान देने का करेंगे निवेदन : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा हमारी सत्ता जब भी रही भगवान बिरसा को सम्मान दिया गया। अटल बिहारी वाजपेयी जब पीएम थे तब संसद के सेंट्रल हॉल में बिरसा मुंडा की मूर्ती लगाई थी। वे इस सरकार से निवेदन करते हैं कि उनके वंशजों को सम्मान दें।