शिकारीपाड़ा: दुमका उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के नेतृत्व मे जिला प्रशासन ने शनिवार को शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में अबतक की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक कार्रवाई की है। कारवाई के तहत अवैध रूप से संचालित कई क्रशर, क्रशर कार्यालय और अन्य संरचनाओं पर बुलडोजर चला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया है। एवम कुछ क्रेशर को शील भी किया गया है जिले से भारी पुलिस बल के साथ गयी अधिकारियों की टीम ने ऐसे सभी क्रशर युनटों पर कारवाई कर उन्हें ढाह दिया है जो बंद कर रखे गये थे या जिसके वैद्य होने का कागजात दिखाने कोई सामने नहीं आया। ऐसे क्रशरों को अवैध मानते हुए बुल्डोजर चला कर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया गया है। एवम अवैध खदानों पर भी कार्रवाई की गई है अवैध पत्थर खदानों के कार्यालय को तोड़कर नेस्तनाबूद कर दिया गया है। यह कार्रवाई चिरुडीह, सरसडंगाल, चित्रागढ़िया, आमचूवा, आदि विभिन्न जगह में किया गया है। उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने बताया कि अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ जिला प्रशासन की कड़ी कारवाई अभी जारी रहेगी।
यहां बताते चले कि पिछले कुछ दिनों से जिला प्रशासन की ओर से लगातार शिकारीपाड़ा खनन क्षेत्र में दिन-रात अवैध खनन के ऊपर कार्रवाई की जा रही है। चाहे कोयला हो या फिर पत्थर सभी अवैध खनन के ऊपर प्रशासन का बुलडोजर चल रहा है। इस प्रकार की कार्रवाई से शिकारीपाड़ा के साथ-साथ जिले के पत्थर माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
आज शनिवार की कार्रवाई में कुल 65 अवैध क्रेशर को तोड़कर ध्वस्त किया गया है वहीं इस दौरान इन क्रेशर प्लांट से कुल आठ व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है। दो जगह से विस्फोटक पदार्थ की बरामदगी की गई है। 3 हाईवा को जप्त किया गया है वही एक पोकलेन की भी जप्ती हुई है।