बारिश आने पर टापू बन जाता है, बोकारो का बरतूआ गांव..

Jhupdate: झारखंड में कई दिनों से बारिश होने के कारण झारखंड के कई नदियों के जलस्तर बढ़ गए है। ऐसे में नदी के बीच या नदी के किनारे बसे गांव पुल न होने के कारण बाहरी दुनिया से कट जाते है। बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड का बरतूआ गांव नदी के बीचोबीच बसा है। चुड़वा नदी पार ग्रामीण गांव से शहर और शहर से गांव का रास्ता तय करना पड़ता है। ऐसे तो ग्रामीण नदी पार कर लेते हैं, लेकिन बरसात के दिनों में का जलस्तर बनने के कारण ग्रामीणों को नदी पार करने में खासा समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल, बारिश के कारण चुड़वा नदी में पानी भर जाता है और गांव टापू में बदल जाता है।

नदी में नहीं है कोई पुल…
हर साल नदी का जलस्तर बनने के कारण टापू जैसे गांव में कैद होने के लिए ग्रामीण मजबूर हो जाते है। अपनी इस समस्या से उबरने के लिए ग्रामीणों ने श्रमदान करके एक पुल बनाया था, जो पानी में ढह गया। इलाके में जोरदार बारिश होने के कारण ग्रामीण श्रमदान कर सूखी लकड़ी, बांस और पत्थरों से पुल का निर्माण करते है किंतु बारिश के दिनों में पुल ढह जाता है। जिसके बाद ग्रामीण अपने टापू जैसे गांव में कैद होने पर मजबूर हो जाते है। अगर गांव अचानक किसी प्रकार की कोई इमरजेंसी आ पड़ी तो जान जोखिम में डालकर कर नदी को पार करना पड़ता है। जरूरत पड़ने पर कभी कभार चार-पांच की संख्या में ग्रामीण वाहन को टांग कर नदी पार करते है।

बरसात बाद होगा पुल का निर्माण…
पंचायत की मुखिया जुवैदा खातून का कहना है कि मुखिया बनने के बाद से पुल मरम्मत करने में सहयोग करती रही हूं। चुड़वा नदी में विशेष प्रमंडल के द्वारा पुल निर्माण को लेकर विधायक ने तीन माह पहले शिलान्यास किया है।
गोमिया के विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि चुड़वा नदी में मेरे अनुंशा से स्पेशल डिवीजन की मदद से लगभग ढाई करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया जाना है। जिस की निविदा की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। बरसात समाप्त होते ही पुल निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा।

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