दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो के छात्र आयुष लच्छीरामका ने अपनी शानदार सफलता से न केवल अपने स्कूल और परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे झारखंड और बिहार राज्य का मान भी बढ़ाया है. दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले आयुष ने गणित के क्षेत्र में अपनी विशेष प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए इंडियन नेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (INMO) में शानदार प्रदर्शन किया है. यह परीक्षा होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन (HBCSE) द्वारा नेशनल बोर्ड ऑफ हायर मैथमेटिक्स (NBHM) के तहत आयोजित की जाती है. इस कठिन प्रतियोगिता में आयुष ने 41 अंक प्राप्त कर झारखंड और बिहार क्षेत्र से इकलौते सफल विद्यार्थी के रूप में अपनी जगह बनाई है.
चेन्नई (तमिलनाडु) में होने वाले IMOTC के लिए भी क्वालीफाई कर चुके हैं आयुष
इस शानदार सफलता के बाद आयुष अब मई 2025 में चेन्नई (तमिलनाडु) में होने वाले इंटरनेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड ट्रेनिंग कैंप (IMOTC) में भाग लेने के लिए भी क्वालीफाई कर चुका है. यही नहीं, उसे 11 मार्च 2025 को होने वाले एशिया पैसिफिक मैथमेटिकल ओलंपियाड (APMO) के लिए भी चयनित किया गया है. इस परीक्षा में पूरे भारत से केवल 67 विद्यार्थी चुने गए हैं, जबकि आईएमओटीसी के लिए कुल 69 छात्रों का चयन हुआ है. ऐसे में आयुष की यह उपलब्धि और भी खास बन जाती है, क्योंकि वह झारखंड-बिहार से इस स्तर तक पहुंचने वाला अकेला छात्र है. इस अवसर पर डीपीएस बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने आयुष को इस सफलता के लिए बधाई दी और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि आयुष ने कठिन मेहनत, सही मार्गदर्शन और विद्यालय के सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण के कारण यह मुकाम हासिल किया है. साथ ही आयुष ने भी अपनी इस सफलता का श्रेय अपने स्कूल, प्राचार्य, शिक्षकों और माता-पिता को दिया. आयुष की गणित में गहरी रुचि बचपन से ही रही है. वह इंडियन नेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (INMO) के ए कैटेगरी (कक्षा 8-11) और जूनियर बैच का प्रतिभागी रहा, जहां उसने अपने कटऑफ 31 अंकों से काफी ज्यादा 41 अंक हासिल किए. जानकारी के लिए बता दें कि INMO एक प्रतिष्ठित हाई स्कूल गणित प्रतियोगिता है, जो साल 1989 से आयोजित की जा रही है. यह प्रतियोगिता इंटरनेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (IMO) में भारतीय टीम के चयन की प्रक्रिया का दूसरा चरण होती है. इसके बाद ट्रेनिंग कैंप में चयनित छात्र अंतिम रूप से IMO में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाते हैं. आयुष के परिवार की बात करें तो वह चास-बोकारो के प्रसिद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट अमोल लच्छीरामका और रूबी लच्छीरामका का पुत्र है. आयुष का सपना भविष्य में एक सफल इंजीनियर बनने का है. उसकी खास रुचि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और क्वांटम मैकेनिक्स जैसे क्षेत्रों में है. फिलहाल वह सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा दे रहा है. आयुष ने अब तक गणित के कई अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है और वहां भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. इनमें सीबीएसई आर्यभट्ट गणित चैलेंज, अमेरिकन मैथमेटिक्स कॉम्पिटिशन, KAMP-NASTA जैसी परीक्षाएं शामिल हैं. डीपीएस बोकारो में नर्सरी से पढ़ाई कर रहे आयुष का मानना है कि पढ़ाई पर पूरा फोकस होना चाहिए, इसलिए वह सोशल मीडिया से दूर रहता है. पढ़ाई के अलावा उसे शतरंज खेलना और फोटोग्राफी का भी शौक है. आयुष दो भाई-बहनों में सबसे छोटा है. उसकी बड़ी बहन शिवांगी लच्छीरामका विधि (Law) की पढ़ाई कर रही हैं.