विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो रविवार को स्वामी विवेकानंद अनाथ आश्रम में एक पहल संस्था के तहत आयोजित अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष मामले पर भी अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का मामला प्रक्रिया के अधीन है, इसके लिए इंतजार करना होगा। समय पर नेता प्रतिपक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।
दरअसल, झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का ये मामला एक साल से अधर में है। हालांकि 2019 विधानसभा चुनाव के बाद जेवीएम का भाजपा में विलय होने को लेकर चुनाव आयोग ने भी इसकी मंजूरी दे दी थी। जिसके बाद बीजेपी ने राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के चुना।लेकिन झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा अब तक नहीं दिया है। स्पीकर ने पार्टी के विलय को दल बदल का मामला मान कर स्वतः संज्ञान लेते हुए संविधान को चुनौती दी। यह मामला आज भी हाईकोर्ट में चल रहा है जो कि अभी भी दल-बदल कानून के तहत फंसा हुआ है।
आगामी 26 फरवरी से विधानसभा में बजट सत्र शुरू होने जा रहा है, ऐसी स्थिति में यह देखना है कि क्या ये बजट सत्र भी बिना नेता प्रतिपक्ष के संपन्न होगा या सभा को अपने नेता प्रतिपक्ष के रूप में बाबूलाल मरांडी को मान्यता मिलेगी ।