रांची के पूजा पंडालों के पट खुलते ही शहर के पूजा पंडालों में भीड़ उमड़ने लगी है। शहर के हर इलाके में भीड़ है और दूर दराज के लोग भी शहर आ रहे हैं। ऐसे में विधि व्यवस्थ बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने भी कदम उठाया है। आज से पूरे रांची में 250 से अधिक मजिस्ट्रेट और 2000 से अधिक पुलिसकर्मी शहर की सुरक्षा में लगेंगे। इसके अलावा बाइक से भी पुलिस गश्त लगाएगी। बता दे की शहर में गश्ती के लिए 44 टीमों का गठन किया गया है। मुख्य कंट्रोल रूम के साथ चार उप कंट्रोल रूम भी काम करेगा। कंट्रोल रूम में भी अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारी मौजूद रहेंगे। जो किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई करेंगे।
वहीं, रांची के 155 पूजा पंडालों की सुरक्षा में 60 मजिस्ट्रेट और करीब 1000 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 29 और बुंडू अनुमंडल के लिए 6 मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है।
राजधानी में जिला नियंत्रण कक्ष के अलावा चार उप नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। इसके तहत अल्बर्ट एक्का चौक, डोरंडा थाना, सदर थाना और बुंडू थाना में उप नियंत्रण कक्ष बनाया गया। यहां मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इन केंद्रों में अग्निशमन दस्ता भी उपलब्ध रहेगा। वहीं, शहर के अन्य प्रमुख स्थानों में भी अग्निशमन दस्ता भी तैनात किया जाएगा।
इधर रांची नगर निगम क्षेत्र में आनेवाले वैसे प्रमुख तालाब, जहां विसर्जन होना है, वहां जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट, पुलिस अफसर और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। विसर्जन किये जानेवाले प्रमुख तालाबों में एनडीआरएफ की टीम के अलावा गोताखोरों की भी व्यवस्था रहेगी. जिन तालाबों में विसर्जन होगा, उनमें मुख्य रूप से बड़ा तालाब, लाइन टैंक तालाब, बटन तालाब, मछली तालाब, हटिया डैम, जगरनाथपुर तालाब, कांके डैम, जेल तालाब और करमटोली तालाब आदि शामिल हैं।