बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है। लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को उनके घर भेजने के अलावा भी उन्होंने जनहित में कई कार्य किये हैं। हाल ही में उन्होंने गढ़वा निवासी पप्पू यादव के ट्यूमर का इलाज करवा कर उससे घर वापस भेजा।
ट्यूमर से पीड़ित पप्पू के घर की आर्थिक हालात काफी खराब है। पप्पू के पिता के पास इतने पैसे नही थे की वे अपने बेटे का इलाज करा सकें। ऐसे में अपने दोस्तों की सलाह पर पप्पू सोनू सूद से मदद मांगने पिछले वर्ष अक्टूबर में अकेले ही मुम्बई चला गया। दो प्रयासों में विफल होने के बाद पप्पू की मुलाक़ात बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद से हुई। सोनू सूद से मिलने के बाद उसने अपनी व्यथा उनके सामने व्यक्त की। इसके बाद सोनू सूद ने बाला साहेब ठाकरे अस्पताल में नौ लाख रुपये खर्च कर के पप्पू के ट्यूमर का इलाज करवाया। उसके बाद 19 मार्च को अभिनेता ने पप्पू को स्मार्टफोन और दवाइयां दे कर गढ़वा भेजा।
पप्पू के पिता ब्रम्हदेव प्रसाद पेशे से किसान हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे के कमर में जन्म से ही ट्यूमर था, जो वक़्त के साथ बढ़ता ही जा रहा था। पप्पू वर्तमान में बंसीधर नगर के शंकर प्रताप देव इंटर कॉलेज का छात्र है। पप्पू के पिता ने बताया कि बचपन में उसका इलाज मेदिनीनगर में डॉ मोहन प्रसाद ने किया था। 2011 में डॉ मोहन द्वारा किये गए आपरेशन के दौरान पप्पू की नस क्षतिग्रस्त हो गयी थी जिससे उससे पेशाब करने में कठिनाई हो रही थी। उसके बाद 2013 में रांची के रिम्स में भी उसका इलाज कराया गया।
इसके अलावा 2014 से 2017 तक वाराणसी और 2018 में पटना के पीएमसीएच में भी वह इलाजरत रहा। इस दौरान 12 कत्थे गिरवी रखे गए और रिश्तेदारों से भी 10 लाख रुपये उधार के तौर पर लिए गए। पप्पू के पिता ने कहा कि पिछले एक साल से अभिनेता सोनू सूद ने मेरे बेटे की जान बचाने में मदद की है।