झारखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण के बीच एक बार फिर लॉकडाउन को लेकर चर्चा होने लगी है. आपको बता दें कि झारखंड में पूरी तरह से कोरोना बेकाबू हो गया है. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया जा सकता है. दरअसल, राज्य के वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव के एक बयान का हवाला देते हुए यह अफवाह फैलायी जा रही है.
हाल ही में झारखंड में मंत्री उरांव ने धनबाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि जिन जिलों में तेजी से संक्रमण फैला है, उन स्थानों में छूट समाप्त करके आर्थिक गतिविधियां बंद की जा सकती है. उन्होंने कोरोना के मामले के बढ़ने के कारणों को भी बताते हुए कहा था कि जांच फिलहाल, पहले से ज्यादा हे रही है. यही कारण है कि मामले ज्यादा मिल रहे है. इस दौरान उन्होंने झारखंड में पूर्ण लॉकडाउन पर भी बात करते हुए कहा था कि सरकार स्तर पर इस मामले में कोई विचार नहीं चल रहा है.
लॉकडाउन पर लगातार फैल रहे अफवाह के बीच उन्होंने इस बात का सोमवार की शाम खंडन किया है उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है. फिलहाल, राज्य को पूर्ण लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं है. बस जहां संक्रमण ज्यादा है, वहीं थोड़ी सख्ती बढ़ाई जा सकती है.
गौरतलब है कि राज्य में पहले से ही लॉकडाउन जारी है. हालांकि, इस लॉकडाउन को कई छूट के साथ 31 जुलाई तक लागू किया है. जिनका सही से पालन नहीं किया गया और लोगों की लापरवाही के कारण कोरोना का प्रसार आक्रमक हो गया है.
यही कारण है कि झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीज 1421 हो गए है. जबकि, 33 की मौत भी हो गई है. हालांकि, अच्छी बात यह है कि 2308 मरीज स्वस्थ भी हुए है. इसकी चपेट में आम जनता तो हो ही रही है साथ ही साथ मंत्री, विद्यायक, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी भी हो रहे है.