झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (लॉकडाउन) लागू है। इस दौरान पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी में जुटी है। कोविड नियमों के पालन के साथ ही राज्य में लागू की गई ई-पास व्यवस्था को लेकर भी पुलिस सचेत है और हर आने-जाने वालों की कड़ाई से जांच कर रही है। रांची की सीमा में भी प्रवेश करने वालों की सख्ती से जांच की जा रही है। बिना ई-पास के इंट्री प्रतिबंधित है। ई-पास को लेकर पुलिस अपनी ड्यूटी में कितनी मुस्तैद है यह एक हवलदार ने दिखा है। दरअसल रांची के एसएसपी मंगलवार की देर रात सिविल ड्रेस में निजी गाड़ी से औचक निरीक्षण करने निकले थे। सड़क पर उनकी गाड़ी आ रही थी तभी चेकपोस्ट पर हवलदार ने उनकी गाड़ी रोकते हुए ई-पास मांग लिया।
गौरतलब है की एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा मुरी में झारखंड-बंगाल सीम पर थे। यहां हवलदार जनार्धन ने उनसे ई-पास मांगा। पास नहीं दिखाने पर उन्होंने एसएसपी की गाड़ी को आगे जाने से रोक दिया। इस घटना से खुश होकर एसएसपी के आदेश पर ग्रामीण एसपी ने हवलदार को पुरस्कृत किया है। हवलदार मुरी ओपी के जनार्दन मंडल हैं। आज उन्हें ग्रामीण एसपी ने 500 रुपए का पुरस्कार दिया है।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि जिले में बने चेक प्वाइंट पर उनके पदाधिकारी-कर्मी कैसे काम कर रहे हैं, इसी को देखने के लिए एसएसपी सहित सभी वरीय पदाधिकारी जांच में निकले थे। हवलदार जनार्दन मंडल ने बिना ई-पास के होने पर एसएसपी के वाहन को रोका था। पुलिसिंग के लिए यह एक सराहनीय कार्य था। एसएसपी ने हवलदार के इस कार्य को सराहा और ग्रामीण एसपी को पुरस्कृत करने का निर्देश दिया। ग्रामीण एसपी ने कहा कि इस तरह का पुरस्कार चेकप्वाइंट पर तैनात पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों के मनोबल को बढ़ाएगा और वे पूरी तन्मयता के साथ अपनी ड्यूटी कर सकेंगे।