रांची : पड़ोसी राज्यों की तरह एक बार फिर लॉकडाउन करने पर विचार किया जा सकता है. दरअसल, कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए यह फैसला झारखंड सरकार द्वारा लिया जा सकता है. हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन, बुधवार से ही ये चर्चा जोर पकड़ी हुई है. राज्य सरकार द्वारा सभी जिलों के उपायुक्तों से इस संबंध में फीडबैक लिया जा रहा है. वर्तमान हालात के अनुसार समीक्षा की जाएगी. उम्मीद लगाई जा रही है कि एक बार फिर से संपूर्ण लॉकडाउन का ठोस निर्णय लिया जा सकता है.
आपको बता दें कि वर्तमान में भी कई छूट व शर्तों के साथ लॉकडाउन जारी है. हालांकि, इस दौरान कोरोना बेकाबू होता नजर आया है. हाल यह है कि राज्य के सीएम हेमंत सोरेन समेत पूरा सीएमओ ही क्वारेंटाइन हो चुका है. यही नहीं, अन्य मंत्री, विधायक, पुलिसकर्मी, डॉक्टर व आम आदमी तो इसकी चपेट में आ ही रहे है.
बढ़ते संक्रमण से सरकार एक बार फिर बैकफूट पर नजर आ रही है. कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए सरकारी महकमे में सन्नाटा पसरने लगा है. झामुमो, भाजपा और कांग्रेस तीनों दलों अगले आदेश तक कार्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर के घर हुए पार्टी के बाद हटिया विधायक नवीन जायसवाल और बहरागोड़ा विधायक समीर महांती ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है.
इधर, झारखंड विधानसभा में 33 फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करने का आदेश दिया गया है. उपसचिव ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोरोना से बचने के लिए यथासंभव कार्य किए जाए. कोई भी व्यक्ति कार्यालय परिसर में गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन करते दिखे तो उसपर फौरन कार्रवाई की जाए.