अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सीता सोरेन ने 37 मिनट तक स्पीकर की भूमिका निभायी| दोपहर 2:19 बजे से 2:56 बजे तक उन्होंने स्पीकर की जिम्मेदारी बखूबी निभायी| हालांकि , यूं तो यह रूटीन प्रक्रिया है कि जब स्पीकर अपने आसन पर नहीं होते हैं तो किसी सदस्य को इसकी जिम्मेदारी दी जाती है , लेकिन महिला दिवस के मौके पर यह संयोग था कि इसकी जिम्मेदारी विधायक सीता सोरेन को दी गयी |
दरअसल ,जिस दौरान सीता सोरेन आसन पर थीं उस वक़्त रणधीर सिंह अपना भाषण दे रहे थे | जानकारी के अनुसार उस वक्त कृषि और पशुपालन विभाग के बजट पर कटौती प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी |वहीं ,जब रणधीर सिंह का निर्धारित समय पूरा हो गया तो सीता सोरेन ने उन्हें भाषण खत्म करने के लिए टोका था | जिसके बाद उन्होंने राजेश कच्छप को अपना वक्तव्य सदन में रखने के लिए नाम भी पुकारा | हालांकि ,चौंकाने वाली बात ये है कि जिस समय सीता सोरेन आसन पर थीं उस वक्त सदन में किसी प्रकार का कोई शोरगुल व हंगामा नहीं हो रहा था | बहरहाल ,सदन में ऐसी शांति देखने को बहुत कम ही मिलती है |