उत्तराखंड के चमोली आपदा में झारखण्ड के लापता श्रमिकों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है | आपदा के बाद मिल रहे शवों के पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जायेगा | दरअसल , लोहरदगा के नौ ,रामगढ़ के चार व बोकारो के एक यानी कि कुल 14 श्रमिकों कि पहचान अभी तक नहीं हो पाई है| शुक्रवार को आपदा स्थल पर पहुंचे परिजन भी शवों को देख पहचान नहीं कर पाए | इसिलए अब परिजनों का डीएनए टेस्ट कर शवों की पहचान की जाएगी | आपदा स्थल पर अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि फंसे लोगों को बचाया जा सके | हालांकि, राहत कि बात है कि लातेहार के फंसे 10 लोग सकुशल घर लौट आयें हैं |
श्रमायुक्त ए मुथुकुमार ने बताया कि एनटीपीसी की मदद से परिजनों का डीएनए टेस्ट किया जा रहा है ताकि शवों कि पहचान हो सके | इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि लापता श्रमिकों की कुछ जानकारी मिल सके | उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के अनेक स्थानों पर फंसे व रेस्क्यू कैंप में सुरक्षित लोगों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जायेगा | रामगढ़ ,लोहरदगा और लातेहार के ज़िले के तीन श्रम अधीक्षकों को रवाना कर दिया गया है | साथ ही फंसे श्रमिकों के परिजन भी गए हैं | वहां जाकर फंसे लोगों के वापसी के लिए हवाई जहाज या जो भी बेहतर विकल्प होगा उसे अपनाया जायेगा |