झारखण्ड में 584 मंदिरों को हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड के तहत रजिस्टर्ड करने की तैयारी शुरू हो गई है। इन मंदिर प्रबंधनों को 12 से 14 फरवरी तक पंजीकरण के लिए न्यास बोर्ड के तरफ से नोटिस भेज दिया जायेगा | मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में न्यास बोर्ड के प्रशासक सह लॉ सेक्रेटरी संजय प्रसाद ने बताया कि बिहार से अलग होने के बाद झारखंड में कुल 678 मंदिर हैं, लेकिन इनमें से 94 ही रजिस्टर्ड हैं। साथ ही 20 साल से मंदिरों ने न्यास बोर्ड के पास शुल्क जमा नहीं किया है। यानि, वर्ष 2001-02 से साल 2019-20 तक शुल्क का भुगतान करें। न्यास बोर्ड के प्रशासक सह लॉ सेक्रेटरी संजय प्रसाद ने कहा कि जाे मंदिर, मठ, धर्मशाला, चैरिटेबल ट्रस्ट बिहार न्यास बाेर्ड काे शुल्क दे रहे थे, वे भी बकाया शुल्क दें। मंदिर समितियों व ट्रस्ट के पास कितनी जमीन है, इसकी भी जानकारी दें | साथ ही प्रशासक ने कहा कि न्यास बोर्ड का सॉफ्टवेयर बनेगा | जिसमें सभी मंदिरों की जानकारी हाेगी और इस सिलसिले में आईटी सचिव से बात हो चुकी है।
न्यास बोर्ड ने देवघर के वैद्यनाथ मंदिर, दुमका के बासुकीनाथ मंदिर समेत 22 मंदिर प्रबंधन काे नाेटिस भेज दिया है। जिसमें कहा गया है कि मंदिर प्रबंधन 15 दिनाें में ऑडिट रिपाेर्ट और आयकर रिटर्न जमा करें। साथ ही मंदिर में होने वाले आय-व्यय के लेखा-जाेखा के साथ दस्तावेज भी जमा करें। रांची के इन मंदिरों में भी भेजा गया नोटिस |रांची का पहाड़ी मंदिर, मेन राेड स्थित संकटमाेचन हनुमान मंदिर, मारवाड़ी ब्राह्मण सभा, सर्जना चाैक स्थित राममंदिर ट्रस्ट काे भी न्यास बोर्ड से रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नाेटिस जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि वे अपने आय-व्यय के लेखा-जाेखा की भी जानकारी दी।