रांची/बोकारो। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बोकारो जिला अध्यक्ष रतनलाल मांझी और बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू कुमार यादव ने बोकारो हवाई अड्डे का नाम बदलकर “दिशोम गुरु शिबू सोरेन हवाई अड्डा” करने की मांग रखी है। इस संबंध में दोनों नेताओं ने राजधानी रांची में चल रहे अनुपूरक बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा।
शिबू सोरेन को बताया ‘झारखंड की आत्मा’
मांग पत्र में कहा गया है कि बोकारो न केवल झारखंड की औद्योगिक नगरी है, बल्कि यह दिशोम गुरु शिबू सोरेन की कर्मभूमि भी रही है। शिबू सोरेन ने अपना पूरा जीवन आदिवासियों, वंचितों और शोषितों की आवाज उठाने में समर्पित किया। वे झारखंडी अस्मिता और हक-अधिकार की लड़ाई के प्रतीक रहे हैं।
नेताओं का कहना है कि जिस तरह देशभर में महान विभूतियों के नाम पर हवाई अड्डों का नामकरण किया गया है, उसी तरह झारखंड की पहचान और गौरव के प्रतीक शिबू सोरेन के नाम पर बोकारो एयरपोर्ट का नाम होना चाहिए।
अन्य नेताओं को भी सौंपी गई मांग पत्र की प्रति
इस दौरान झामुमो नेताओं ने अपनी मांग केवल मुख्यमंत्री तक ही सीमित नहीं रखी, बल्कि पार्टी और संगठन के कई वरिष्ठ नेताओं को भी इसकी प्रति सौंपी। इनमें झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे, मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो, चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक और विधायक दशरथ गागराई शामिल हैं।
जनभावना से जुड़ा मुद्दा
नेताओं का कहना है कि बोकारो एयरपोर्ट का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर होना न सिर्फ एक सम्मान होगा, बल्कि झारखंड की जनता की भावना से भी जुड़ा हुआ है। आदिवासी समाज और झारखंड आंदोलनकारियों के लिए यह गौरव का क्षण होगा।
सरकार पर है अब फैसला लेने की बारी
अब देखना यह होगा कि सरकार इस मांग को किस हद तक गंभीरता से लेती है। झामुमो की ओर से उठाई गई इस मांग को संगठन का समर्थन मिलने के साथ-साथ जनता की सहमति भी दिखाई दे रही है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त स्तर पर लिया जाएगा।