गोड़ा: गोड्डा जिले के बोआरीजोर थाना क्षेत्र अंतर्गत रड़ूबहिया जंगल में 11 अगस्त को हुए सूर्य हांसदा एनकाउंटर मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले की जांच अब सीआईडी (अपराध अन्वेषण विभाग) करेगी। राज्य सरकार ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद जिला पुलिस पूरे मामले की फाइल सीआईडी को सौंप देगी।
बता दें की, यह एक सामान्य प्रक्रिया है कि एनकाउंटर जैसे संवेदनशील मामलों की जांच राज्य स्तरीय एजेंसी करती है। ऐसे अधिकांश मामलों में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए सीआईडी को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। हालांकि, मृतक सूर्य हांसदा के परिजनों और कुछ संगठनों ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी, यह आरोप लगाते हुए कि एनकाउंटर में कई प्रक्रियागत त्रुटियां हुईं।
अधिवक्ता संजीव झा लडेंगे निशुल्क कानूनी लड़ाई
इस बीच, अधिवक्ता संजीव झा ने सूर्य हांसदा एनकाउंटर मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से निशुल्क कानूनी लड़ाई लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर के दौरान कानूनी प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन हुआ है। बिना वारंट सूर्य की गिरफ्तारी और उसके बाद एनकाउंटर ने कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे दिवंगत सूर्य हांसदा के परिवार से कोई शुल्क नहीं लेंगे।
एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल
गौरतलब है कि सूर्य हांसदा की गिरफ्तारी और एनकाउंटर को लेकर कई सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में पारदर्शिता का अभाव रहा। पुलिस द्वारा प्रस्तुत किए गए घटनाक्रम में कई विसंगतियां सामने आई हैं।
अब जबकि मामला सीआईडी के पास चला गया है, उम्मीद जताई जा रही है कि जांच निष्पक्ष होगी और सच्चाई सामने आएगी। इस घटना ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य में बहस छेड़ दी है कि क्या कानून व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर मानवाधिकारों की अनदेखी की जा रही है।