रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज 73वें वन महोत्सव कार्यक्रम में मौजूद थे. यह कार्यक्रम आईआईएम, रांची द्वारा आयोजित किया गया था. जहां मुख्यमंत्री ने जल जंगल और जमीन की पहचान वाले झारखंड से इंसानों के रिश्ते के बारे में चर्चा की. साथ ही साथ एक खास योजना की सौगात भी दी. उन्होंने कहा कि वक्त के बदलते समय के साथ हम स्वार्थी होते जा रहे है. झारखंड की पहचान जंगल और पर्यावरण से है. अतः इसे और मजबूत करने की जरूरत है. इसी सोच के साथ उन्होंने झारखंडवासियों को मुफ्त बिजली की सौगात देने की बात भी कही.
दरअसल, सीएम ने कहा कि जो व्यक्ति अपने घर के कैंपस में एक पेड़ लगायेगा, वह पांच यूनिट मुफ्त बिजली का हकदार होगा. चाहे बिजली कितनी ही महंगी क्यों ना हो जाए. जिसे मुफ्त की पांच यूनिट का लाभ लेना है वो अपने कैंपस में एक पेड़ जरूर लगाए.
उन्होंने वन महोत्सव के कार्यक्रम में यह भी कहा कि कुछ लोग झारखंड की हरियाली के दुश्मन हो गए हैं. जब वह हेलीकॉप्टर से एक से दूसरे जगह की यात्रा कर रहे होते हैं तो उनकी नजरें झारखंड की जमीन पर ही होती है जहां की हरियाली देखकर उन्हें सुकून महसूस होता है. इंसान को यदि अपना अस्तित्व बचाना है तो जंगल या पर्यावरण के महत्व को जरूर समझना होगा. शहरों की हो रही बदतर स्थिति के बारे में भी उन्होंने विस्तार से चर्चा की और शहरीकरण को पर्यावरण का सबसे बड़ा दुश्मन भी बताया. साथ ही साथ रांची स्थित हरमू नदी और गेतलसूद डैम को इसका साक्षात उदाहरण बताया.