लातेहार जिला अंतर्गत सदर प्रखंड में मनरेगा घोटाला सामने आया है. सदर प्रखंड के पांडेयपुरा पंचायत में दो करोड 20 लाख 11 हजार 625 रुपये का मनरेगा घोटाला किया गया है, जिसका खुलासा सोमवार को हुए पांडेयपुरा पंचायत सचिवालय में सोशल ऑडिट के दौरान हुआ. पांडेयपुरा पंचायत में वित्तीय वर्ष 2020-21 में विभिन्न योजना के लिए कुल 824 योजना ली गयी थी. जिसमें सरकारी आंकड़ों के अनुसार 629 योजनाओं को पूर्ण दिखाया गया है. जबकि सोशल ऑडिट में मात्र 43 योजनाओं का ही अभिलेख उपलब्ध कराया गया है.
सोशल ऑडिट में 43 योजनाओं का अभिलेख..
जिला से उक्त वित्तीय वर्ष में संबंधित पंचायत को दो करोड़ 30 लाख 70 हजार रुपये उपलब्ध कराया गया था. इसमें एक करोड 59 लाख 91 हजार 808 रुपये अकुशल मजदूर, 50 लाख 6 हजार 666 रुपये कुशल मजदूर तथा 55 लाख 72 हजार 299 रुपये सामग्री मद में उपलब्ध कराये गये थे. सोशल ऑडिट में जिन 43 योजनाओं का अभिलेख दिया गया है. उन योजनाओं में कुल सात लाख 68 हजार 164 रुपये खर्च होने की बात सामने आयी है.
629 योजनाओं का दावा जांच का विषय..
इसके अलावा उक्त वित्तीय वर्ष में पंचायत में 771 मनरेगा की योजना ली गयी थी, जबकि 53 प्रधानमंत्री आवास शामिल है. प्रधानमंत्री आवास योजना में अधिकतम 15 हजार रुपये ही खर्च करने का प्रावधान है. यह प्रावधान पीएम आवास पूरा होने के बाद किया जाता है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब 43 योजना का ही प्रखंड कार्यालय में अभिलेख है, तो 629 योजना पूर्ण होने का दावा हास्यास्पद और जांच का विषय है.
मामला संज्ञान में आया है : बीडीओ
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मेघनाथ उरांव ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. देखना पड़ेगा कि किस मद में कितनी राशि का भुगतान किया गया है. सोशल ऑडिट में जूरी सदस्यों का क्या निर्णय होता है. इसका अध्ययन करने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.