विशेषज्ञाें ने 15 जनवरी से काेराेना की तीसरी लहर के पीक पर पहुंचने की आशंका जताई है। देश में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से पैर पसार रहा है। वहीं, रांची में लोग बिल्कुल बेपरवाह बने हुए हैं। क्रिसमस और नए साल के स्वागत के जश्न में तमाम पिकनिक स्पॉटों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। लोग न मास्क पहन रहे हैं और न ही डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे हैं। यह स्थिति खतरनाक है। ऐसे में सोचना होगा कि हम कहीं तीसरी लहर को तो आमंत्रित नहीं कर रहे। रविवार काे हजारों की संख्या में सैलानी हुंडरू फाॅल की खूबसूरती काे देखने पहुंचे। पिछले दो वर्षों में कोरोना की वजह से सैलानियाें की संख्या काफी कम थी। लेकिन अब पड़ोसी राज्य बंगाल के साथ निकटवर्ती जिले के भी लोग परिवार के साथ यहां पिकनिक मनाने आ रहे हैं।
वहीं झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही राज्य में एक्टिव केस की संख्या में भी इजाफा हुआ है। वर्तमान में इसकी संख्या 316 तक पहुंच गयी है। जबकि, पहले इसकी संख्या 50 तक थी। शनिवार को रांची में 22, कोडरमा में 18 और धनबाद में 13 नये कोरोना संक्रमित मिले। हालाकिं रांची में सात संक्रमित डिस्चार्ज भी किये गये हैं। फिलहाल पूरे राज्य में एक्टिव केस का आंकड़ा 319 हो गया है। राजधानी रांची की बात करें, तो यहां 3.69 प्रतिशत की दर से संक्रमित मिले रहे हैं। इस समय रांची में एक्टिव केस की संख्या 125 हो गयी है। जबकि कोडरमा जिला में 90, पूर्वी सिंहभूम में 25, धनबाद में 19, गुमला में 8, बोकारो में 6, लातेहार में 4, चतरा में 3, हजारीबाग में एक, रामगढ़ में एक, सिमडेगा में एक, सरायकेला में एक और पश्चिमी सिंहभूम में एक एक्टिव केस बचे हैं।
हुंडरू फॉल में पर्यटनकर्मियों ने डूब रहे पर्यटक को बचाया, दूसरे पर्यटक का गिरने से पैर टूटा..
रविवार काे पर्यटनकर्मियों ने पश्चिम बंगाल से हुंडरू फॉल घूमने आए पर्यटक सुभाष घोष को पानी में डूबने से बचा लिया। सुभाष डेंजर जोन जोगिया दह के पास सेल्फी ले रहा था, उसी दौरान उसका पैर फिसल गया। उसको डूबता देख अन्य पर्यटक शोर मचाने लगे। शोर सुनकर वहां तैनात पर्यटनकर्मी बुधराम बेदिया और रंजन कुमार बेदिया ने स्थानीय दुकानदारों की मदद से उसे पानी से बाहर निकाला। बुधराम बेदिया ने बताया कि स्थानीय दुकानदारों द्वारा रोकने के बावजूद पर्यटक डेंजर जोन में सेल्फी ले रहा था। उधर, दूसरी घटना में हुंडरू फॉल घूमने आए कोलकाता के पर्यटक देव माल्या प्रधान फॉल के पास चट्टान पर चढ़कर सेल्फी ले रहा था। पैर फिसलने से वह नीचे दूसरी चट्टान पर गिर गया। इससे उसका गिरकर दायां पैर टूट गया है। झरना के पास ड्यूटी पर तैनात दोनों पर्यटनकर्मी बुधराम बेदिया और रंजन बेदिया ग्रामीण खेतू बेदिया, मंटू बेदिया और अन्य पर्यटनकर्मियों की मदद से खटिया पर लादकर 745 सीढ़ी ऊपर तक पहुंचाया। पर्यटनकर्मी राजकिशोर प्रसाद, बालेश्वर बेदिया और विष्णु कुमार बेदिया के सहयोग से दोनों पर्यटकों को अस्पताल भेजा गया। पर्यटन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि दिसंबर माह में अबतक की रिकॉर्ड भीड़ हुंडरू फॉल में हुई है। डेंजर जोन में चट्टान पर खतरे की सूचना पट्टी और लाल झंडी लगाने के बाद भी पर्यटक डेंजर जोन में चले जाते हैं। भीड़ अधिक होने से पर्यटनकर्मियों को बहुत मशक्कत करनी पड़ती है। विभाग द्वारा प्रतिवर्ष 25 दिसंबर से जनवरी माह के लिए पांच मजदूर दिए जाते हैं जो सफाई के साथ पर्यटकों की सुरक्षा पर भी नजर रखते हैं। लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला है। इधर, सिकिदिरी पुलिस के जवान भी भीड़ को नियंत्रित करने में परेशान दिखे।