जमशेदपुर: झारखंड में तीरंदाजी और हॉकी की अपार संभावनाएं हैं। इन खेलों की प्रतिभाओं को उभारने का हर संभव प्रयास हो रहा है। इन खेलों में थोड़ा सा पुशबैक मिले तो प्रतिभाएं राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। यह बातें भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष तथा केंद्रीय अर्जुन मुंडा ने 40वीं एनटीपीसी सीनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप का उद्घाटन करते हुए कहीं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि देश के सभी जिलों में खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से कई योजनाएं संचालित की जा रही है। खेल मंत्रालय समय-समय पर इसकी समीक्षा कर रहा है। खिलाड़ियों को मौके प्रदान किए जा रहे हैं। खेल प्रतिभाओं की बदौलत खिलाड़ी कई स्थानों पर अच्छे पदों पर नौकरी कर रही है। राज्य सरकारों ने भी खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए कई योजनाएं बना रही है। मुंडा ने तीरंदाजी के बारे में कहा कि भारत के खिलाड़ी विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह खुशी की बात है।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट चाणक्य चौधरी टाटा स्टील को इंडियन राउंड, कंपाउंड और रिकर्व के लिए 40वीं एनटीपीसी सीनियर तीरंदाजी राष्ट्रीय चैंपियनशिप की मेजबानी करने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि झारखंड में तीरंदाजी की विरासत है और इसने दीपिका कुमारी, कोमलिका बारी और अंकिता भक्त जैसे कई प्रमुख तीरंदाजों को जन्म दिया है, जिन्होंने हाल ही में विश्व कप और युवा विश्व चैंपियनशिप में सभी को गौरवान्वित किया है। इस अवसर पर भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव प्रमोद चंदुरकर, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक, कोयला खनन एनटीपीसी पार्थ मजूमदार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। सीनियर नेशनल तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। शनिवार से इंडियन राउंड की प्रतियोगिताएं प्रारंभ हुई, यह तीन अक्टूबर तक चलेगा। इसके बाद पांच-छह अक्टूबर को कंपाउंड और आठ व नौ अक्टूबर को रिकर्व (ओलंपिक) की प्रतियोगिताएं होगी। दस व 11 अक्टूबर को फाइनल ट्रायल होगा। इस चैंपियनशिप के आधार पर ढाका में आयोजित होने वाले एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का चयन किया जाएगा।