छठी जेपीएससी की संशोधित मेरिट लिस्ट में 313 पास, 60 अफसरों की गई नौकरी..

रांची: झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद छठी जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की संधोशित मेरिट लिस्ट शुक्रवार को जारी हुई। छठी जेपीएससी में कुल 326 उम्मीदवारों का चयन हुआ था। नए रिजल्ट में पूर्व के चयनित करीब 60 अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जेपीएससी सूत्रों ने पूर्व के चयनित करीब 60 अधिकारियों के नाम संशोधित मेरिट लिस्ट में नहीं होने की बात पर हामी भरी, कहा कि ऐसे अधिकारियों के राेल नंबर मेरिट लिस्ट में नहीं हैं। JPSC छठी सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी किए जाने से सबसे अधिक वित्त सेवा के अधिकारियों की नौकरी जाएगी। इन सेवा के 27 अधिकारियों के नाम संशोधित मेधा सूची से कट गए हैं। इसके बाद झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की नौकरी जानी तय है। अभी तक जो बातें सामने आई है उसके अनुसार, झारखंड वित्त सेवा के 27, झारखंड प्रशासनिक सेवा के 15, झारखंड शिक्षा सेवा के आठ, झारखंड सहकारिता सेवा के दो, योजना सेवा के चार, सामाजिक सुरक्षा सेवा के एक तथा सूचना सेवा के तीन अधिकारियों की नौकरी जा सकती है। पूर्व में नियुक्त इतने अधिकारियों की जगह नए अभ्यर्थियों का चयन अंतिम परिणाम में किया गया है। बताया जाता है कि कई अभ्यर्थियों का कैडर भी बदल गया है।

संबंधित विभागों द्वारा की जाएगी हटाने की कार्रवाई..
झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा संशोधित अनुशंसा भेजे जाने के बाद विभिन्न सेवाओं से संबंधित विभागों द्वारा सबसे पहले उन अधिकारियों की नियुक्ति रद की जाएगी जिनका नाम संशोधित मेधा सूची में नहीं है। साथ ही उन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी जिनके नाम संशोधित मेधा सूची में बाद में जुड़े। यह कार्रवाई तय है, क्योंकि कार्मिक विभाग के निर्देश पर ही झारखंड लोक सेवा आयोग ने संशोधित परिणाम जारी किया।

चार लाइन की सूचना में भी टंकण भूल..
झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा संशोधित परिणाम जारी करने को लेकर जारी चार लाइन की सूचना में भी त्रुटि है। आयोग ने इसे टंकण भूल बताया है। दरअसल, शुक्रवार को जारी सूचना में कहा गया कि झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा मुख्य (लिखित) परीक्षा का संशोधित परिणाम प्रकाशित किया गया है, जबकि यह अंतिम परिणाम था। इसमें मुख्य परीक्षा के साथ-साथ साक्षात्कार के भी अंक होते हैं। आयोग ने शनिवार को इसमें संशोधन कर अंतिम परिणाम बताया। आयोग के अनुसार, एक दिन पूर्व जारी सूचना मेंं मुख्य (लिखित) परीक्षा का संशोधित परिणाम टंकण भूल था।