हजारीबाग जिले की पुलिस ने गांजा तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह को पर्दापाश कियाहै। पुलिस ने 30 पैकेट में कुल 150 किलो गांजे के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। नशे का यह सामान विशाखापट्टनम से लाकर झारखंड के रास्ते बिहार पहुंचाने की तैयारी थी। इसके लिए पंजाब के नंबर प्लेट वाले टैंकर का इस्तेमाल किया जाा रहा था। पूरा माल टैंकर में भरकर ले जाया जा रहा था। अब तक की जांच में इस पूरे गिरोह में उत्तर प्रदेश, बिहार व पंजाब से ताल्लुक रखने वाले लोगों की संलिप्पता पाई गई है।
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली की पंजाब नंबर के टैंकर में मादक पदार्थ छिपाकर सड़क मार्ग के रास्ते बिहार ले जाया जा रहा है। इस सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नाजिर अख्तर, अंचलाधिकारी बरही अरविद देवाशीर्ष की ओर से धमना मोड बाईपास के पास वाहन जांच किया गया। इसमें टैंकर में रखा सामान बरामद कर लिया गया। इसमें मामले में टैंकर, गांजे की बड़ी खेप सहित दो मोबाइल जब्त किया गया है।
इन लोगों को किया गया गिरफ्तार..
गांजे की तस्करी करने के आरोप में सतीश कुमार, पटना, बिहार, धर्मासिंह गोंड, चंदौली, उत्तर प्रदेश, राहुल तिवारी, अंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश तथा मो राजा आलम पटना बिहार को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया। धर्म सिंह गोड वर्तमान में पंजाब के बरनाला में रह रहा था।
पूछताछ में हुआ खुलासा..
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में इस धंधे में संलिप्त पूरे रैकेट का खुलासा हुआ है। यह नेटवर्क देश के कई राज्यों में काम कर रहा है। पुलिस से बचने के लिए यह लोग लगातार तस्करी के नए-नए तरीके अपनाते आ रहे हैं। टैंकर के इस्तेमाल का तरीका पिछले कुछ समय से इनकी नजर में सबसे सुरक्षित बना हुआ था।