चमोली हादसे में फंसे झारखंड के 13 श्रमिक, हेमंत सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर..

उत्‍तराखंड के चमोली में रविवार को हुए हादसे में झारखंड के 13 श्रमिक के फंसे होने की खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक इनमें लोगहरदगा के आठ और रामगढ़ के पांच लोग इस प्राकृतिक आपदा के बाद से लापता हैं। इधर, झारखंड सरकार ने चमोली में फंसे झारखंड के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बता दें कि रविवार की सुबह उत्‍तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के कारण करीब 150 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

हेमंत सरकार ने चमोली में फंसे झारखंड के लोगों और उनके परिजनों की मदद के लिए कंट्रोल रूम के नंबर और व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। इस विषय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि चमोली आपदा में फंसे राज्यवासी घबराएं नहीं। वहीं अगर किसी के परिजन वहां प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं और उन्हें किसी तरह की मदद की जरूरत है तो श्रम विभाग के स्टेट कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें। राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता की जाएगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के पदाधिकारियों को फंसे हुए लोगों को हर तरह की सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

दरअसल मुख्य रूप से इस आपदा में राज्य के श्रमिकों के फंसे होने या लापता होने की संभावना है| इसी को देखते हुए सरकार द्वारा 11 हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं।

चमोली हादसे में झारखंड के लापता लोगों में बोकारो के जाराडीह के अमृत कुमार, रामगढ़ के संग्रामपुर के मदन महतो और रामगढ़ के मगनपुर के मिथिलेश महतो, बिरसे महतो, कुलदीप कुमार महतो, लोहरदगा के हासापीरी के नेमहस बाखला, ज्‍योतिष बाखला, दीपक कुजूर, मंजनू बाखला, सुनील बाखला, रबिंद्र उरांव, लोहरदगा के बगरू हील्‍स के विक्‍की भगत तथा लोहरदगा के चोरटांगी के उरवानूस बाखला शामिल हैं।

सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर

कंट्रोल रूम के फोन नंबर
06512490055, 06512490083, 06512490037, 06512490058, 06512490052, 06512490125

नीचे दिए गये व्हाट्सएप नंबरों पर संदेश भेज सरकार से ले सकते हैं सहयोग
9470132591, 9431336427, 9431336398, 9431336472, 9431336432

भारतीय सेना के साथ आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस युद्धस्तर पर कार्य कर फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए पर डटी हुई है| खबर लिखे जाने तक 26 शव बरामद हो चुके हैं और 197 लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं|