रांची विधानसभा क्षेत्र के आगामी चुनावों में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने और मतदाताओं को अधिकतम सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से निर्वाचन कार्यालय ने एक नई और अनूठी पहल की है. इस पहल के तहत अब मतदाताओं को अपने मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होगी. उनका मतदान केंद्र अब उनके घर के पास या उनके सोसाइटी के कैंपस में ही होगा.
नई पहल के पीछे की सोच
इस नई पहल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन लोगों को अपने मतदान का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना है. अक्सर देखा गया है कि मतदाता, विशेषकर शहरी क्षेत्रों में, मतदान केंद्र की दूरी और समय की कमी के कारण मतदान करने से चूक जाते हैं. इस समस्या का समाधान करने के लिए निर्वाचन कार्यालय ने शहरी क्षेत्रों के हाउसिंग सोसाइटियों और हाईराइज अपार्टमेंट्स में मतदान केंद्र बनाने का निर्णय लिया है. रांची विधानसभा क्षेत्र में किए गए विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत, चार नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं. ये मतदान केंद्र उन अपार्टमेंट्स में स्थित हैं जहां 100 से अधिक फ्लैट्स हैं. इसमें विश्वनाथन अपार्टमेंट, देवी मंडप रोड, आस्था रेसीडेंसी (ओटीसी ग्राउंड के नजदीक), सहदेव टावर (पीपी कंपाउंड), और आकांक्षा अपार्टमेंट (चुनवाटोली, खादगढ़ा) शामिल हैं. इन नए मतदान केंद्रों के लिए मतदाता अपने नाम को शिफ्ट भी करा रहे हैं. अब तक 150 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.
500 से अधिक मतदाता वाले क्षेत्रों में बनाए गए मतदान केंद्र
निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार, शहरी क्षेत्रों के वैसी हाउसिंग सोसाइटी में जहां 500 से अधिक मतदाता हैं, वहां सोसाइटी के अंदर ही नया मतदान केंद्र बनाया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदान केंद्र मतदाताओं के लिए आसानी से सुलभ हो. इस कदम से न केवल मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में मतदान के प्रति उदासीनता को भी दूर किया जा रहा है.
मतदान केंद्रों का निरीक्षण और बीएलओ की भूमिका
दो माह पहले, भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के प्रधान सचिव अरविंद आनंद और निर्वाचन आयोग की टीम ने शहरी मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के उद्देश्य से रांची के चार सोसायटियों में बनने वाले पांच मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया था. इस निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि नए मतदान केंद्र मतदाताओं के लिए अधिकतम सुविधा प्रदान करें और मतदान प्रक्रिया को सरल बनाएं. नए मतदान केंद्रों पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और बीएलओ सुपरवाइजर को भी तैनात किया गया है. ये अधिकारी कैंप आयोजित कर रहे हैं, जहां मतदाताओं के नाम जोड़ने और स्थानांतरण की प्रक्रिया को सुगम बनाया जा रहा है. अब तक 150 से अधिक लोगों ने नए मतदान केंद्रों में अपने नाम स्थानांतरित करने के लिए आवेदन किया है.
कैम्पों के माध्यम से जागरूकता अभियान
मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न अपार्टमेंट्स में भी कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं. इन कैम्पों में बीएलओ और बीएलओ सुपरवाइजर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा सके. इन कैम्पों में शाम के 3 बजे से 5 बजे तक बीएलओ उपस्थित रहते हैं और नए प्रपत्र 6, 7, और 8 संग्रहित किए जा रहे हैं. 12 अगस्त तक 35 अपार्टमेंट्स में सफलतापूर्वक कैम्पों का आयोजन किया जा चुका है.
उत्कर्ष कुमार, एसडीओ, रांची का बयान
इस नई पहल के संबंध में रांची के एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने कहा, “मतदान प्रतिशत बढ़ाने और मतदाता सुविधा का ख्याल रखते हुए कुछ सोसाइटी और अपार्टमेंट्स में नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इससे मतदाता को मतदान करने के लिए ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। घर से निकलते ही मतदान कर सकेंगे”.