देवघर जिले का बाबा बैद्यनाथ मंदिर की पहचान पूरे देश-दुनिया में है और साथ ही यहां का खास प्रसाद पेड़ा और चूड़ा प्रसाद भी मशहूर है। लोगों को पसंद ये विशेष प्रसाद अब दूर दराज के श्रद्धालु भी मंगा सकते हैं, वो भी घर बैठे। जल्द ही इसे देवघर मार्ट से जोड़ने की पहल शुरू की जा रही है।
इस तरह से यहां के प्रसाद को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध कराए जाने से स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ने की उम्मीद है। जिला प्रशासन ने इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है। सिर्फ पेड़ा और चूड़ा ही नहीं, बल्कि इसके साथ यहां स्थानीय स्तर पर तैयार किये जा रहे, सिल्क के कपड़े, बांस के बने सजावटी समान, लोहे के बर्तन सहित मधुबनी पेंटिंग को भी इस देवघर मार्ट के प्लेटफॉर्म से जोड़ कर, इन्हें बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर मार्ट के तहत तैयार की जा रही कार्य योजना के बारे में तमाम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां के स्थानीय छोटे कारीगरों को अपने सामान को बेचने के लिए फ्लिपकार्ट जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने में काफी कठिनाई हो सकती है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर देवघर मार्ट जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर स्थानीय कारीगर अपने सामानों को देश-विदेश में आसानी से बेच सकते हैं।
इसकी मार्केटिंग की सुविधा के लिए स्थानीय स्तर पर एक लॉजिस्टिक कंपनी को जोड़ने की योजना है। ये कंपनी स्थानीय कारीगरों से उनका सामान खरीद कर उन्हें उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में मदद करेंगी। ये पहल अगर कारगर हुई, तो इससे स्थानीय कारीगरों को आमदनी का स्थायी जरिया मिल सकेगा। इससे उन्हें स्वावलंबी होने में मदद मिलेगी।
दूसरी तरफ, देवघर जिला प्रशासन की इस पहल से स्थानीय कारीगर और व्यापारी भी काफी खुश हैं। इन कारीगरों का कहना है कि जो लोग देवघर नहीं आ सकते हैं, वो अब घर बैठे यहां का पसंदीदा सामान मंगा सकेंगे। इससे उन्हें अपने बनाये समान की अच्छी कीमत मिल सकेगी और उनका व्यापार भी बढ़ेगा।