रांची (झारखंड): राज्य में एक बार फिर मानसून पूर्व की सक्रियता देखने को मिल रही है। राज्य में आज से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है, जहां कई जिलों में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची द्वारा 15 जून तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश, तेज आंधी और वज्रपात की चेतावनी दी गई है।
तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश की शुरुआत
आज से राजधानी रांची समेत राज्य के अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जो सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर सकती है। लोगों को खुले स्थानों पर न जाने और सुरक्षित स्थानों में रहने की सलाह दी गई है।
इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा और हजारीबाग में आज हल्की बारिश हो सकती है, जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में तेज बारिश का अनुमान है। खासकर रांची, खूंटी, बोकारो, गिरिडीह, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जैसे जिलों में बारिश अधिक प्रभावी हो सकती है।
13 से 15 जून तक सबसे ज्यादा प्रभाव
विभाग ने बताया कि 13 से 15 जून के बीच झारखंड में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान बादल छाए रहेंगे, तापमान में गिरावट आएगी और वज्रपात के भी आसार हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन तीन दिनों में नदी-नालों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है और कुछ स्थानों पर जलजमाव की स्थिति भी बन सकती है।
येलो अलर्ट का क्या मतलब होता है?
मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट का अर्थ होता है कि मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है, जिससे सावधानी बरतना आवश्यक है। यह चेतावनी इस बात का संकेत देती है कि मौसम जनजीवन को प्रभावित कर सकता है, और इससे संबंधित जोखिम से निपटने के लिए प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की जरूरत है।
राज्य में आने वाले दिनों में मौसम अस्थिर बना रहेगा। ऐसे में किसानों, विद्यार्थियों, यात्रियों और आम लोगों को मौसम संबंधी अलर्ट का पालन करना चाहिए। विशेष रूप से वज्रपात के दौरान खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे, खेतों और ऊंचे इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।