झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक मंगलवार को राजधानी रांची स्थित होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित हुई. इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी के राजू और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस अहम बैठक का उद्देश्य संगठन की मजबूती, जमीनी कार्य और भविष्य की रणनीतियों पर विचार करना था.
मल्लिकार्जुन खरगे का दो टूक संदेश: पद नहीं, संगठन पहले
बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे यह न सोचें कि संगठन उनकी वजह से है, बल्कि वे संगठन की बदौलत हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतकर कोई नेता अपने कर्तव्यों से मुक्त नहीं होता, बल्कि उसकी असली परीक्षा वहीं से शुरू होती है. उन्होंने कहा, “हमने चुनाव जीता है तो अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी विचारधारा को ज़मीन पर उतारें और जनता से किए गए वादों को पूरा करें. खरगे ने आगे कहा कि हर किसी को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिलता, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है. इसलिए जिन्हें संगठन ने मौका दिया है, उन्हें संगठन के लिए भी सोचने की ज़रूरत है.
संगठन की मजबूती से ही मिलेगा सम्मान
अपने अनुभव साझा करते हुए खरगे ने बताया कि उन्होंने खुद भी प्रखंड अध्यक्ष से लेकर पार्टी के शीर्ष पद तक का सफर तय किया है, लेकिन आज भी संतुष्ट नहीं हैं. उनका मानना है कि उसूलों पर चलकर ही समाज और जनता के लिए सही मायनों में संघर्ष किया जा सकता है. उन्होंने कहा, “अगर आप उसूलों पर चलेंगे तो कोई आप पर उंगली नहीं उठा पाएगा.“ खरगे ने नेताओं को यह सलाह दी कि जो पद मिला है, उसे केवल दिखावे के लिए नहीं बल्कि पूरी जिम्मेदारी से निभाना चाहिए. संगठन की ताकत ही नेताओं का सम्मान तय करती है.
केसी वेणुगोपाल ने पंचायत स्तर तक संगठन को सक्रिय करने की बात कही
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बैठक में कहा कि झारखंड में पंचायत स्तर तक कमेटियों का गठन तेजी से किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “हमें केवल कागजी कमेटियां नहीं चाहिए, बल्कि ऐसी कमेटियां चाहिए जो धरातल पर काम करें.“ उन्होंने वर्ष 2025 को कांग्रेस के लिए बेहद अहम बताया और कहा कि उसी को ध्यान में रखकर तैयारी करनी होगी. उन्होंने जातिगत जनगणना को कांग्रेस का महत्वपूर्ण एजेंडा बताया और कहा कि पूरे देश के लिए यह एक संवेदनशील और ज़रूरी मुद्दा है. पार्टी को इसे घर-घर तक पहुंचाना होगा.
के राजू का अलर्ट: संगठनात्मक लापरवाही बर्दाश्त नहीं
प्रदेश प्रभारी के राजू ने संगठन में किसी भी तरह की लापरवाही को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाए और जमीनी मुद्दों पर केंद्रित काम हो. उन्होंने बताया कि संविधान बचाओ अभियान की शुरुआत हो चुकी है, जो अगले 30 मई तक चलेगा और इसे घर-घर तक पहुंचाना है. उन्होंने निर्देश दिया कि अगले 10 दिनों में जिला स्तर पर रैलियों का आयोजन किया जाए और विधानसभा स्तर पर घर-घर संपर्क अभियान भी चलाया जाए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जातिगत जनगणना कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा है और इसे पूरे समाज तक ले जाना है.
प्रदेश अध्यक्ष ने दी छह माह की रिपोर्ट, बताए संगठन के कार्य
प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बैठक में पार्टी के पिछले छह महीनों की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संविधान बचाओ अभियान के तहत जातिगत जनगणना, सामाजिक न्याय, और अन्य जनहित के मुद्दों को लोगों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि संगठन तभी मजबूत होगा जब कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों से जुड़ेंगे और पार्टी के विचारों को उन तक पहुंचाएंगे.
“मैं नहीं, हम” पर भरोसा करने की जरूरत
बैठक का समापन करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संदेश दिया कि उन्हें “मैं” नहीं बल्कि “हम” की भावना से काम करना होगा. संगठन की मजबूती ही पार्टी की ताकत है और जब संगठन मजबूत होगा तो अपने आप ही सभी को सम्मान और जिम्मेदारी मिलेगी. उन्होंने संविधान बचाओ रैली की सफलता के लिए झारखंड कांग्रेस और आम जनता को बधाई दी और कहा कि यह अभियान जनजागृति का प्रतीक बनेगा. उन्होंने अनुच्छेद 15(5) को लागू करने की दिशा में कार्य करने और निजी संस्थानों में भी आरक्षण लागू करने की बात कही. साथ ही, उन्होंने 50% आरक्षण की सीमा को बढ़ाने की भी वकालत की.