चक्रवात यास गंभीर रूप धारण कर चुका है। यह बुधवार सुबह उड़ीसा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह पर दस्तक देगा। इससे पहले इस सुपर साइक्लोन यास के खतरे को देखते हुए झारखंड में जान-माल की सुरक्षा को लेकर सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। वैसे राज्य के पांच जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी व बोकारो पर चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव रहेगा। पूर्वी सिंहभूम में ज्यादा प्रभाव होने के मद्देनजर वहां पर एनडीआरएफ की तीन टीमों को तैनात कर दिया गया है। राज्य के कई इलाकों में इसका असर दिखने लगा है. पूर्वी सिंहभूम में हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं। पश्चिमी सिंहभूम में मूसलाधार बारिश हो रही है।
तूफान को देखते हुए झारखंड में हाईअलर्ट जारी किया गया है। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। मंगलवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने यहां बचाव कार्य का मॉक ड्रिल किया। उधर, झारखंड से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों को भी एहतियातन रद्द कर दिया गया। बिजली आपूर्ति भी बाधित न हो इसके लिए विभाग ने अपने कर्मचारियों और इंजीनियरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
बुधवार को भी होगी बारिश
बुधवार को भी राज्य के कई इलाके में भारी बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि ओडिशा में टकराने के बाद यह तूफान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कोल्हान में प्रवेश करेगा। इसके चलते कोल्हान के अलवा खूंटी, सिमडेगा तथा रांची में अति भारी बारिश संभव है। इस क्रम में लोहरदगा, रामगढ़ और बोकारों में भी भारी वर्षा और 90 किमी प्रति घंटा से अधिक गति से हवा चलेगी। गुरुवार को भी रांची के अलावा सरायकेला-खरसावां, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, डालटनगंज, गढ़वा, सिमडेगा एवं इसके आसपास के इलाके में भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा का बहाव भी होगा।
रेलवे हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
तूफान यास से निपटने के लिए रेलवे हाई अलर्ट पर है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा करीब-करीब सभी ट्रेनें 25, 26 और 27 मई तक रद कर दी गई हैं। तूफान के दाैरान रेलवे ट्रैक्शन और सिगनलिंग सिस्टम प्रभावित हो सकता है। इससे निपटने के लिए रेलवे ने तैयारी की है।
झारखंड में सरायकेला-खरसावां जिला होगा चक्रवात का केंद्र बिन्दु
चक्रवात यास का असर झारखंड के दक्षिणी जिलों पूर्वी सिंंहभूम, पश्चिमी सिंंहभूम, सरायकेला खरसावां और सिमडेगा में विशेष रूप से दिख रहा है। कोल्हान के तीनों जिलों में जहां बारिश हो रही है, वहीं सिमडेगा जिले में बादल छाए हुए हैं। यही हाल राजधानी रांची का भी है। यहां भी सुबह से आसामान में बादल उमड़ रहे हैं। झारखंड में चक्रवात का केंद्र बिन्दु सरायकेला खरसावां जिला हो सकता है। पहले पूर्वी सिंंहभूम को केंद्र बिन्दु माना जा रहा था। चक्रवाता से सरायकेला खरसावां जिले में सर्वाधिक बर्बादी की आशंका है।
एम्फान से भी ज्यादा खतरनाक है यास
यास तूफान का मुख्य असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में देखने को मिलेगा। लेकिन झारखंड में भी प्रभावित होगा। यहां भारी बारिश होगी। साल 2018 मई में आए ताकतवर तूफान एम्फान से ज्यादा ताकतवर यास को माना जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात एम्फन से इसे ज्यादा खतरनाक है।