झारखंड में 16 मई से तूफान टूकटा का दिखेगा असर, वज्रपात की संभावना..

झारखंड के मौसम में 16 मई से फिर बदलाव होगा। इस बार मौसम में बदलाव साइक्लोनिक सरकुलेशन या फिर टर्फ की वजह से नहीं, बल्कि अरब सागर में आने वाले चक्रवाती तूफान टूकटा की वजह से होगा। इसका असर 18 मई तक रहेगा। चक्रवाती तूफान के प्रभाव से झारखंड में आसमान में घने बादल छा सकते हैं और कई इलाके में बारिश हो सकती है। यह साल 2021 का पहला चक्रवाती तूफान है, जिसका नाम म्यांमार ने ‘टूकटा’ रखा है, जिसका अर्थ होता है ‘गेको’ यानी कि ‘गर्म जलवायु में पाइ जाने वाली घरेलू छिपकली’। ये तूफान कितना भयानक होगा इस बारे में अभी कोई बुलेटिन जारी नहीं हुआ है लेकिन इस साइक्लोन की वजह से 16 मई से लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश होने की आशंका है, जो कि कई दिनों तक प्रभावी रह सकती है।

मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अरब सागर में तूफान शनिवार एवं रविवार के बीच बनेगा। यह गुजरात के तट पर टकरा सकता है। ऐसा नहीं होने पर तूफान कराची में समुद्री तट पर टकराएगा या फिर ओमान की ओर मुड़ जाएगा। उन्होंने बताया कि झारखंड में इस दौरान कई हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा और बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने संभावना जतायी है कि 16 मई को राज्य के चार जिले पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसावां और सिमडेगा जिला को छोड़ अन्य 20 जिलों में वज्रपात की संभावना है। इसके लिए मौसम विभाग ने यलो एलर्ट जारी कर दिया है।