झारखंड में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत कर दी है. यह अभियान मंगलवार से शुरू होकर 24 जुलाई तक चलेगा, जिसमें नए मतदाताओं को जोड़ा जाएगा.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की समीक्षा बैठक..
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, के रवि कुमार, ने हाल ही में जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जहां उन्होंने कई दिशा निर्देश दिए हैं ताकि चुनाव की तैयारी को सुचारू रूप से संपन्न किया जा सके. वहीं 27 और 28 जुलाई को विशेष अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान 85 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, दिव्यांगजन, और आश्रय गृह में रहने वाले लोगों को मतदाता बनाने के लिए अलग-अलग दिन अभियान चलाया जाएगा.
मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य..
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नए मतदाताओं को जोड़ना है. जहां बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे. इसके अलावा, एक जुलाई की अहर्ता तिथि मानकर 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को भी मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही मतदान केंद्रों का पुनर्गठन और मतदाता सूची में विसंगतियों को दूर करना भी इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है. जहां अभियान के दौरान, अगर कोई मतदाता अपनी फोटो की गुणवत्ता सुधारना या उसे बदलवाना चाहते हैं, तो वह भी आवेदन कर सकते हैं. इसके साथ ही, डुप्लीकेट और मृत लोगों के नाम भी मतदाता सूची से हटाए जाएंगे.
महत्वपूर्ण तिथियां..
- 25 जुलाई: एकीकृत प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन।
2 अगस्त: थर्ड जेंडर और सेक्स वर्कर्स के निबंधन के लिए विशेष अभियान।
20 अगस्त: मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन।
20 अगस्त को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
20 अगस्त को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन..
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 25 जुलाई को एकीकृत प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन किया जायेगा. इसके बाद आपत्ति, दावा का निराकरण का काम शुरू कर दिया जायेगा. इसके अलावा 20 अगस्त को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा. वहीं, 2 अगस्त को थर्ड जेंडर और सेक्स वर्कर्स के निबंधन के लिए अभियान चलाया जाएगा.