50% से अधिक एसटी आबादी और कम से कम 20 हजार आदिवासी व्यक्तियों वाले प्रत्येक ब्लॉक में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय बनेगा। जिसको लेकर 4 जुलाई को पूर्वी सिंहभूम के गुड़ाबांधा प्रखंड के हतिआपता गांव में दोपहर 12:30 बजे और धालभुमगढ़ के घोरधुआं में दोपहर 3:30 बजे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा एकलव्य विद्यालय की आधारशिला रखेंगे।
बता दे कि एकलव्य स्कूलों की शुरुआत 1997-98 में अनुसूचित जनजाति छात्रों के लिए कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12 वीं स्तर की शिक्षा प्रदान करने के लिए किया गया था। इसके पीछे उद्देश्य था कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ तक पहुंचने में सक्षम बनाया जाए।
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इसे और बेहतर बनाने के लिए 2018-19 के केंद्रीय बजट में घोषणा की कि 50% से अधिक एसटी आबादी और कम से कम 20 हजार आदिवासी व्यक्तियों वाले प्रत्येक ब्लॉक में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय होगा। सरकार ने देशभर में 452 नए स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। नवोदय विद्यालय की तर्ज पर एकलव्य स्कूलों को उत्कृष्टता का केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत राज्य में एक पहचाने गए व्यक्तिगत खेल और एक समूह के खेल के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
खेल के लिए इन COE में भारतीय खेल प्राधिकरण के मानदंडों के अनुसार अत्याधुनिक प्रशिक्षण, विशेष प्रशिक्षण, बोर्डिंग और ठहरने की सुविधा, खेल किट, खेल उपकरण, प्रतियोगिता प्रदर्शन, बीमा, चिकित्सा व्यय आदि के साथ साथ अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।