झारखंड के विद्यार्थी एक बार फिर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन इस बार आंदोलन किसी मैदान या किसी मंत्री-विधायक के आवास या दफ्तर के सामने नहीं होगा। आंदोलन सोशल मीडिया पर होगा। यह आंदोलन झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) और झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (JPSC) की आगामी परीक्षा को लेकर है। छात्रों की मांग है कि उम्र सीमा में 5 वर्ष की छूट दी जाए। इसे लेकर राज्य के युवाओं से #5yearAgeRelacationJsscExam के साथ ट्वीट करने की अपील की गयी है। अगर ट्वीट नहीं कर सकें तो ज्यादा से ज्यादा रीट्वीट करने की अपील की गई है। 05 नवंबर को सुबह 10 बजे से ये Twitter Campaign शुरू होगा।
छात्रों का कहना है की झारखण्ड में हेमंत सरकार बनने से दो वर्ष पहले 2018 से ही JPSC व JSSC द्वारा कोई नियुक्ति नहीं हो पाई है। अगर एक दो परीक्षा हुई भी तो किसी कारणवश रद्द हो गई या लटकी हुई है। इस कारण लगभग 5 लाख रिक्त पद पड़े हुए हैं। हेमंत सरकार के भी तीन साल बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तश बनी हुई है। कर्मचारियों के अभाव में सरकारी कार्य ठप पड़ा है। पांच वर्षों से परीक्षा नहीं होने की वजह से झारखंड के युवाओं की उम्र और नौकरी की उम्मीद खत्म हो गई है। युवा इस कैंपेन के जरिये सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें उम्र में छूट दी जाए।
युवाओं का कहना है की हेमंत सरकार की नियुक्ति वर्ष 2021 के बाद 2022 भी खत्म होने को है। सरकार तीन साल में एक ठोस स्थानीय-नियोजन नीति नहीं बना सकी, जो भी नियमावली बनाई अदालत चली गई। लगभग एक साल खतियान आन्दोलन के बाद आनन-फानन में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की प्रारुप कैबिनेट लाई उसमें भी नौवी अनुसूचि की पैंच फसा दी और लागू हो गया की ढिंढोरा पीटने लगी। छात्रों ने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा सरकार अगर इस तरह हमारी मांगों पर विचार नहीं करेगी तो हम सड़क पर उतरेंगे।