उग्रवाद विरोधी अभियान में रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने कुख्यात उग्रवादी भीखन गंझू और उसके सहयोगी नक्सली राहुल कुमार मुंडा को सदर थाना क्षेत्र के ढेलाटोली से गिरफ्तार किया गया है। गत 17 मार्च को की गई छापेमारी में यह दोनों उग्रवादी पकड़े गए। भीखन गंझू प्रतिबंधित संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी ( TSPC) का जोनल कमांडर है। इस पर राज्य सरकार की ओर से 10 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। भीखन पर अलग-अलग मामलों में कुल 26 मामले दर्ज हैं। दोनों उग्रवादी चतरा जिले के रहने वाले हैं।
बता दें कि सितंबर 2021 में मोहरबादी मैदान में हुए बबलू मुंडा हत्याकाण्ड के मुख्य साजिशकर्ता भीखन गंझू ही था। भीखन गंझू ने ही बबलू मुंडा की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने भीखन गंझू के पास से 12,32,270 रुपये बरामद किए हैं। यह राशि लेवी के रूप में वसूली गई थी। इसके अलावा इनके पास से सात मोबाइल, 2 राउटर, एक लैपटॉप, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, 5 डेबिट कार्ड और एक स्कूटी बरामद किया गया है।
झारखंड पुलिस ही नहीं NIA को भी थी तलाश..
भीखन गंझू की तलाश वर्षों से झारखंड पुलिस के साथ-साथ नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ( NIA) को भी थी। पुलिस ने इसे डेला टोली से गिरफ्तार किया है। इस उग्रवादी की तलाश टेरर फंडिंग और विदेशी हथियार की तस्करी मामले में हो रही थी। NIA ने भीखन को मोस्ट वांटेड घोषित कर रखा था। पुलिस गिरफ्त में आए भीखन गंझू को रिमांड पर लेकर एनआईए की टीम पूछताछ करने वाली है।