सिमडेगा में मॉब लिंचिंग और युवक को जिंदा जलाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि बुधवार रात जिले के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र स्थित कुड़पानी गांव में डायन बिसाही करार देकर एक महिला को आग के हवाले कर दिया गया। गंभीर हालत में पीड़िता को रिम्स रेफर किया गया है। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में पीड़िता 60 वर्षीया झरियो देवी 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गई है। गिरफ्तार आरोपियो में एक महिला भी शामिल है। सिमडेगा एसपी डा शम्स तबरेज ने सदर अस्पताल पहुंचकर झरियो देवी के परिजनों को न्याय का भरोसा दिया है।
बताया जाता है कि कुड़पानी कॉलोनी निवासी झरियो देवी बुधवार की शाम पड़ोसी फ्लोरेंस डुंगडुंग के घर मृत्यु भोज में शामिल होने गई थी। भोज के बाद फ्लोरेंस ने झरियो पर डायन होने का आरोप लगाया और कहा कि उसके कारण ही उसकी पत्नी मरियाना की 3 जनवरी को मौत हुई। आरोप है कि फलोरेंस ने अपने पांच साथियों सिलबियुस डुंगडुंग, रवि सोरेंग, हेमंत टेटे, अमृत टेटे और ज्योति टेटे के साथ मिलकर झरियो को पीटा और पुआल तथा तेल डालकर आग लगा दिया। सूचना मिलते ही ठेठईटांगर पुलिस मौके पर पहुंची और आग से झुलसी झरियो को सदर अस्पताल पहुंचाया।
कुड़पानी कॉलोनी में झरियो देवी को जलाने के संबंध में ठेठईटांगर थाना में कांड संख्या 05/22 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने पीड़िता के बयान पर आईपीसी की धारा 307, 323, 324, 325, 504, 506, 34 और डायन प्रथा अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया है। एसपी ने कहा कि पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए भी प्रशासन कार्य कर रहा है।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा जिलाध्यक्ष लक्षमण बड़ाईक, प्रखंड सांसद प्रतिनिधि नरेंन्द्र बड़ाईक, रामबिलास बड़ाईक, प्रदीप जायसवाल आदि सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने जिले में लगातार घट रही आपराधिक घटनाओं पर चिंता जताते हुए झरियो देवी के बेहतर इलाज की पहल की। भाजपा नेताओं के सहयोग से झरियो देवी को रांची भेजा गया।