आदिवासियों ने दिउड़ी मंदिर में की तालाबंदी, साढ़े चार घंटे बाद प्रशासन ने खोला ताला….

गुरुवार सुबह दिउड़ी के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर में कुछ आदिवासियों ने ताला बंद कर दिया, जिससे सुबह पूजा-पाठ नहीं हो सका. यह पहली बार हुआ जब मां की सुबह की पूजा बाधित हुई, जिससे दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं को मायूस होना पड़ा. इस मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी है, और क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भी यहां माता के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं. घटना को लेकर तमाड़ से बुंडू तक तनाव का माहौल है, जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सूझबूझ से काम लिया.

सुबह पांच बजे ताला जड़ा

कुछ आदिवासी सुबह पांच बजे मंदिर पहुंचे और मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया. मंदिर के पुजारी और पहान मंदिर के बाहर खड़े थे. आदिवासी समूह का कहना है कि यह देउड़ी मंदिर नहीं बल्कि दिउड़ी दिरी है और मंदिर पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए. वे चाहते हैं कि मंदिर पहले की तरह बिना सरकारी हस्तक्षेप के चले. घटना की सूचना मिलने पर तमाड़ थाने के प्रभारी रोशन कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, और बाद में बुंडू एसडीएम मोहनलाल मरांडी और डीएसपी रतिभान सिंह ने साढ़े नौ बजे मंदिर का ताला तोड़ा, जिसके बाद पूजा-अर्चना फिर से शुरू की गई.

मंदिर का संचालन ग्रामीण करें

गुरुवार को ही आदिवासी नेता पूर्ण चंद्र मुंडा, राधाकृष्ण मुंडा, उदारकांत मुंडा ने मंदिर परिसर में ग्राम सभा की जिसमें देउड़ी गांव के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मंदिर का संचालन ग्रामीणों द्वारा किए जाने पर अड़े रहे, और सरकार का ट्रस्ट नहीं चाहते थे. इससे पहले भी देउड़ी गांव की ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी ने मंदिर को लेकर हाईकोर्ट में मामला दायर किया था, जिसे कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया था, और मंदिर की जमीन को गैर मजरूआ आम घोषित किया था.

आसपास तनाव का माहौल, जल्द होगी कार्रवाई

घटना के कारण तमाड़ से बुंडू तक तनाव का माहौल बन गया है. तमाड़ थाना प्रभारी रोशन कुमार ने बताया कि पांच दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, और जल्द ही इन पर कार्रवाई की जाएगी. बुंडू डीएसपी रतिभान सिंह ने कहा कि तालाबंदी का जिन लोगों ने कृत्य किया है, उनकी पहचान हो गई है और उन पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. बुंडू एसडीएम मोहनलाल मरांडी ने कहा कि मंदिर में ताला लगाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

तालाबंदी के खिलाफ मशाल जुलूस, आज बुंडू व तमाड़ बंद

तमाड़ में प्राचीन कालीन दिउड़ी मंदिर में तालाबंदी के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला गया। ताला बंद करने वालों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शुक्रवार को तमाड़ और बुंडू बंद का आह्वान किया गया.

आठ करोड़ से होगा सुंदरीकरण

मंदिर का सुंदरीकरण लगभग आठ करोड़ की लागत से होना है, लेकिन इसे पहले ही रोक दिया गया था. देउड़ी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पदेन बुंडू के एसडीओ हैं. काम रोके जाने के कारण संवेदक ने तमाड़ थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी.

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